सात दिवसीय खजुराहो नृत्य समारोह में समा बांधने वाले कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। जिन्हें देखने के लिए प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से लोग आएंगे। खजुराहो नृत्य उत्सव का आनंद लेने आने वाले लोगों से मंदिर व आसपास के इलाके में भी पर्यटकों की आमद बढ़ेगी। नृत्य समारोह से न केवल पारंपरिक नृत्य के कलाकारों को मंच मिलेगा, बल्कि पर्यटन कारोबार को रफ्तार मिलेगी।
शुभारंभ के प्रथम दिन 20 फरवरी को भरत नाट्यम की प्रस्तुति गीता चन्द्रन एवं साथियों द्वारा समूह के रूप में प्रस्तुत होगी। इसी दिन दीपक महाराज द्वारा कथक की प्रस्तुति होगी। 21 फरवरी को ऐश्वर्या वारियार द्वारा मोहनी अट्टम मीरानंदा ठाकुर एवं सहयोगी कलाकारों द्वारा सत्रिया कथक युग्ल ओढि़सी नृत्य की प्रस्तुति होगी। 22 फरवरी को सौरव-गौरव मिश्रा द्वारा कथक तथा पिथाल भट्टाचार्य एवं साथियों द्वारा मार्ग नाट्य कथक की प्रस्तुति होगी। 23 फरवरी को विनोद केबिन बच्चन द्वारा ओढि़सी युगल और अनिता शर्मा एवं साथियों द्वारा सत्रिया समूह एवं प्रिया श्रीवास्वत द्वारा कथक की प्रस्तुति होगी।
इसी तरह 24 फरवरी को पूर्णा श्रीराउत द्वारा ओढि़सी नृत्य तथा अभिजीत दास द्वारा कुचीपुड़ी, भारती शिवाजी एवं साथियों द्वारा मोहिनी अट्टम नृत्य की प्रस्तुति होगी। 25 फरवरी को मैत्रीय पहाड़ी एवं साथियों द्वारा कथक समूह की प्रस्तुति होगी, तो सत्य नारायण राजू द्वारा भरत नाट्टयम और अयाना मुखर्जी तथा प्रशांत कालिया द्वारा कुचीपुड़ी दाउल युग्ल की प्रस्तुति होगी और 26 फरवरी को जवाहर लाल नेहरू मणीपुर डांस अकेदमी द्वारा मणीपुरी नृत्य समूह की प्रस्तुति होगी, तो आर्या नंदे द्वारा ओढि़सी और पूर्णिमा, अशोक एवं साथियों द्वारा भरत नाट्टयम की प्रस्तुति होगी।