नर्मदा जल प्रदाय, सुक्ता और अमृत महोत्सव के तहत निर्माणाधीन योजनओं के तहत वर्ष 2009 से लेकर अब तक 150 करोड़ खर्च हो चुके हैं। इसके बावजूद हर माह लाखों रुपए टैंकर पर खर्च हो रहे हैं। शहर में जलापूर्ति के लिए 60 किमी पाइप लाइन और 9 नई टंकियां स्थापित की गई हैं। एक पुरानी को मिलाकर दस जलापूर्ति की टंकी का निर्माण कराया गया है, लेकिन टंकियों में जलभराव नहीं होने से पेयजल व्यवस्था लड़खड़ा गई है। शहर के सूरजकुंड समेत कई अन्य जगहों पर जलापूर्ति प्रभावित होने पर अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंगाड़े ने निगम के सहायक इंजीयनिर को नोटिस जारी किया। नोटिस के बाद टैंकर से जलापूर्ति शुरू कर दी है।
यह भी पढ़ें- कल से महंगा हो जाएगा दूध, इतने और बढ़ रहे हैं दाम
9 टैंकरों से भेजा जा रहा पानी
नगर निगम के कार्यपालन यंत्री अंतर सिंह तंवर का कहना है कि, पेयजल समस्या की सूचना मिलने पर तत्काल टैंकर भेजा जा रहा है। चारखेड़ा में एक और पंप चालू करा दिया गया है। 9 टैंकर लगाए हैं। सूरजकुंड समेत कई वार्ड में जलापूर्ति के साथ सूचना मिलने पर टैंकर भेजे जा रहे हैं। अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंगाड़े का कहना है कि, अभी हाल में कुछ वार्ड के लोगों ने शिकायत की थी। समीक्षा के दौरान के जानकारी दी गई कि, सूचना मिलने पर टैंकर भेजे जहा रहे हैं।
पूर्व पार्षद बोले
संत रैदास वार्ड की पूर्व पार्षद चंदा देवी सोनकर का कहना है कि, हमारे वार्ड के ज्यादा हिस्से में नो पाइप लाइन बिछा दी गई हैं। लेकिन, ना तो जलापूर्ति हो रही है और ना ही कनेक्शन दे रहे हैं। रेलवे की अनुमति मिल गई है। इसके बाद भी जलापूर्ति शुरू नहीं कर रहे हैं। अभी यह हाल है कि, अप्रैल में स्थित दस साल पहले जैसी हो जाएगी।
खाट पर शव लादकर कई किमी पैदल चलीं महिलाएं, देखें वीडियो