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20 करोड़ का हवाला कारोबार उजागर, नोट के सीरियल नंबर के आधार पर करते थे लाखों का लेन-देन

locationखंडवाPublished: Jan 18, 2021 10:35:53 pm

ट्रेडिंग कंपनी के कार्यालय पर छापा मार पुलिस ने जब्त किया रिकॉर्ड, दिल्ली, मुंबई, जयपुर सहित दस बड़े शहरों से जुड़े हैं तार, मामले में आगे की जांच के लिए आयकर विभाग, प्रवर्तन निर्देशालय एसइबीआइ और जीएसटी विभाग को लिखा पत्र

20 crore hawala business caught in Khandwa

20 crore hawala business caught in Khandwa

खंडवा. कहान चैंबर में अवैध सट्टा की सूचना पर पुलिस की छापामार कार्रवाई में पकड़ाए टेंडिंग कंपनी के संचालक से पूछताछ और दस्तावेजों की पड़ताल में 20 करोड़ से अधिक का हवाला कारोबार उजागर हुआ है। हवाला कारोबार का पूरा खेल दस रुपए के नोट के सीरियल नंबर के आधार पर चल रहा था। हवाला कारोबार के तहत पैसों का लेन-देन करने वाले हवाला कारोबारियों को दस रुपए का नोट दिया जाता था। उक्त नोट का सीरियल नंबर देखकर ही संबंधित एजेंट रुपयों का लेन-देन करता था। रविवार को मामले का खुलासा करते हुए मोघट थाना प्रभारी प्रशिक्षु आइपीएस ऋषिकेश मीना ने बताया कहान चैंबर में दबिश देकर अवैध रूप से चल रही ऑनलाइन ट्रेडिंग को पकड़ा। मौके से दुकान संचालक रोहित पिता नानकचंद बालवानी (30) निवासी पद्मनगर कॉलोनी और साथी सागर पिता अशोक अग्रवाल (25) निवासी कुंडलेश्वर वार्ड को हिरासत में लिया। कार्यालय से नकद 2.19 लाख रुपए जब्त किए। वहीं नौ मोबाइल, लेपटॉप, प्रापर्टी के दस्तावेज, बैंक पासबुक, चेकबुक आदि दस्तावेज जब्त किए। मामले में जब्त उपकरण और दस्तावेजों की पड़ताल की गई। साथ ही रोहित से पूछताछ की तो 20 करोड़ रुपए से अधिक का हवाला कारोबार सामने आया। वहीं मामले में पूछताछ के बाद रोहित और सागर को थाने से छोड़ दिया गया है।
अवैध रूप से कर रहे थे कमोडिटी ट्रेडिंग
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि रोहित और सागर कमोडिटी ट्रेडिंग के समानांतर डिब्बा ट्रेडिंग का अवैध तौर से ऑनलाइन ट्रेडिंग के व्यापार का काम कर रहे थे। वहीं हवाला के माध्यम से खंडवा शहर के रुपयों को दिल्ली, मुंबई, नासिक, जयपुर, अहमदाबाद, इंदौर, जलगांव सहित अन्य राज्यों में भेजने का काम कर रहे थे। इससे वह शासन का टैक्स चोरी कर नुकसान पहुंचा रहे थे। जांच में हवाला और कमोडिटी ट्रेडिंग के जरिए करीब 20 करोड़ रुपए के कारोबार के साक्ष्य मिले हैं। रोहित पिछले करीब एक वर्ष से रोहित ट्रेडिंग का काम कर रहा था।
ऐसे चलता था रुपयों का लेन-देन
हवाला और कमोडिटी ट्रेडिंग के माध्यम से शहर का पैसा अन्य जिलों और राज्यों में खपाया जा रहा था। इस दौरान हवाला कारोबारी मोबाइल पर एजेंटों का ग्रुप बनाए थे। खंडवा से यदि जलगांव रुपए भेजना है और किसी अन्य व्यक्ति को दिलाना है तो उसे कोड वर्ड दिया जाता था। साथ ही दस का नोट देते थे। रुपए लेने के पहले उक्त दस का नोट दिखाना होता था। नोट का सीरियल नंबर देखकर संबंधित व्यक्ति को रुपए दिए जाते थे। वहीं रुपयों का लेन-देन 5 केजी, 50 केजी जैसे कोड वर्ड पर चलता था। 50 केजी का मतबल है 50 लाख रुपए।
जांच में कई नाम उजागर होने का संदेह
प्राथमिक जांच में पुलिस को दस्तावेजों से हवाला से जुड़े कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। इसके आधार पर मामले में आगे की जांच की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवाला का नेटवर्क खंगाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि मामले में हवाला कारोबार में सबसे ज्यादा क्रिकेट सट्टे से जुड़े लोग और कुछ व्यापारियों के रुपए इधर से उधर भेजे गए हैं।
अब आयकर व जीएसटी विभाग करेगा जांच
मामले की तफ्तीश में हवाला कारोबार सामने आने के बाद पुलिस ने आगे की जांच के लिए आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय एसइबीआइ और जीएसटी विभाग को प्रतिवेदन भेजा है। क्योंकि मामला प्रथम दृष्ट्या टैक्स चोरी का सामने आया है। अब मामले में आयकर, जीएसटी विभाग पड़ताल करेगा। जांच के दौरान टैक्स चोरी का बड़ा खुलासा हो सकता है।

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