इस योजना के तहत जनवरी से लेकर अब तक 85 कार्यो का निर्माण पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री की समीक्षा के दौरान योजना की प्रगति में खंडवा प्रदेश स्तर पर 5वें पायदान पर है। इससे गांवों की धरोहरें संरक्षित होने के साथ जलस्तर बढ़ेगा। वहीं, दूसरी ओर तालाबों में जलभराव से आसपास में खेतों में ङ्क्षसचाई का रकबा बढ़ेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग पुष्कर धरोहर योजना के तहत जनवरी से पंचायतों में पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार का काम प्रारंभ कर दिया है। इस योजना की गत दिनों मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने समीक्षा की थी। इसमें पुष्कर धरोहर समृद्धि योजना की प्रगति में खंडवा प्रदेश स्तर पर खंडवा 5वें नंबर रहा। इस योजना के तहत पंचायतों में पुरानी जल संरचनाओं के 1924 धरोहरो को जीवित कर जल संरक्षित की कार्य योजना तैयार की है। योजना के प्रारंभ में लगभग 1100 धरोहरें निर्माणाधीन हैं। पंचायतों में पुरानी धरोहरों में स्टाप डैम, चेक डेट, तालाब, बावड़ी आदि को संरक्षित करने निर्माण कराए जा रहे हैं।
हजारो परिवारों को मिल रहा रोजगार
पुष्कर धरोहर समृद्धि योजना के तहत जल संरक्षित योजनाओं के निर्माण के दौरान प्रतिदिन करीब 2600 मानव रोजगार सृजित हो रहे हैं। श्रमिक परिवारों को रोजगार के साथ ही जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है।
पुष्कर धरोहर समृद्धि योजना के तहत जल संरक्षित योजनाओं के निर्माण के दौरान प्रतिदिन करीब 2600 मानव रोजगार सृजित हो रहे हैं। श्रमिक परिवारों को रोजगार के साथ ही जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है।
गांवों में पुरानी धरोहरे होंगी संरक्षित
पंचायत विभाग ने गांव-गांव में जल संरचनाएं संरक्षित करने के लिए पंचायतों में युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों का दावा है कि अब तक 85 से अधिक धरोहरों को संरक्षित कर लिया है।
पंचायत विभाग ने गांव-गांव में जल संरचनाएं संरक्षित करने के लिए पंचायतों में युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। अधिकारियों का दावा है कि अब तक 85 से अधिक धरोहरों को संरक्षित कर लिया है।
पुरानी जल संरचनाओं को व्यवस्थित कर रहे हैं
&पंचायतों में पुष्कर धरोहर योजना के तहत पुरानी जल संरचनाओं को व्यवस्थित किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर जर्जर जल संरचनाओं का जीर्णाेद्धार किया जा रहा है।
नंदा भलावे, अपर कलेक्टर, विकास
&पंचायतों में पुष्कर धरोहर योजना के तहत पुरानी जल संरचनाओं को व्यवस्थित किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर जर्जर जल संरचनाओं का जीर्णाेद्धार किया जा रहा है।
नंदा भलावे, अपर कलेक्टर, विकास