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टीडीएस राशि कटने से व्यापारियों ने नकद बंद कर आरटीजीएस से किया भुगतान

locationखंडवाPublished: Oct 12, 2019 12:54:52 pm

Submitted by:

dharmendra diwan

मंडियों में शुरू कराया था नकद भुगतान

anaj mandi case bhgdan

खंडवा। कृषि उपज मंडी में अनाज बेचने पहुंच रहे किसान।

खंडवा. बैंक से एक करोड़ रुपए की नकद आहरण पर 2 फीसदी टीडीएस टैक्स के नियम से अनाज, सब्जी मंडी व्यापारियों को केंद्र सरकार ने अलग कर दिया है। जिसके बाद मप्र शासन के माध्यम से अनाज मंडियों को आदेश मिल चुके है। 9 अक्टूबर से खंडवा अनाज मंडी में व्यापारियों ने किसानों को नकद भुगतान किया। लेकिन बैंकों के पास अनाज व्यापारियों को नगद आहरण पर टीडीएस टैक्स की छूट देने के आदेश प्राप्त नहीं हुए है। जिससे व्यापारियों को बैंक से नकद निकासी होने पर टीडीएस टैक्स काटा गया। राशि कटने से सभी व्यापारी नाराज हो गए और गुरुवार से नकद भुगतान प्रणाली बंद कर आरटीजीएस से भुगतान किया। व्यापारी बोले टीडीएस टैक्स की छूट के आदेश का हवाला देकर नगद भुगतान कराया गया। फिर टीडीएस टैक्स के नाम पर बैंक खाते से राशि काटी जा रही। सरकार मंडियों को आदेश भेजा व बैंकों को नहीं। यह सरकार व्यापारियों पर दोहरी नीति अपना रही है। जिसमें हम व्यापारी उलझ रहे है। इधर नगद भुगतान बंद होने से किसान भी नाराज हो रहे है। किसानों का कहना है कि दीपावली त्यौहार पास में है। किसान बाजार की खरीदी के लिए अनाज बेचने मंडी आ रहे। नगद भुगतान नहीं होने से खरीदी के लिए दोबारा शहर आना पड़ेगा।
9 अक्टूबर को नकद भुगतान कराया
&भारत सरकार ने व्यापारियों के लिए टीडीएस सीमा समाप्त कर दिया है। शासन के आदेश पर व्यापारियों से 9 अक्टूबर को किसानों को नकद भुगतान कराया गया। लेकिन कुछ व्यापारियों को टीडीएस टैक्स कटा। जिससे दूसरे दिन व्यापारियों ने आरटीजीएस से ही भुगतान किया।
दिलीप कुमार, सचिव, अनाज मंडी खंडवा
बैंकों को टीडीएस खत्म करने के आदेश नहीं
&मंडी प्रबंधन ने शासन के आदेश हमें जरूर दिए। लेकिन बैंकों के अधिकारी टीडीएस समाप्त करने के आदेश प्राप्त नहीं होने का कह रहे। जिससे बैंक से नकदी आहरण पर हमारे कुछ व्यापारी भाईयों को 2 प्रतिशत दर से टीडीएस काटा गया। सरकार की यह दोहरी नीति है। जब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती। हम आरटीजीएस से ही भुगतान करेंगे।
प्रशांत अग्रवाल, व्यापारी एसोसिएशन, खंडवा
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