रेलवे के जिम्मेदारों का कहना है कि सावदा, रावेर और निंभोरा के बीच में डाउन ट्रैक पर मेटेंनेस का कार्य चल रहा है। जिसके 3 घंटे का ब्लॉक लिया जा रहा। जिसके चलते ग्रामीण और आम यात्रियों को छोटे रेलवे स्टेशनों तक लेकर चलने वाली एक मात्र ट्रेन भुसावल-कटनी पैसेंजर प्रभावित हो रही।
रेलवे द्वारा निंबोरा और रावेर के बीच में रोजाना 3 घंटे का ब्लॉक लिया जा रहा। यह ब्लॉक सुबह 9.50 से 12.50 बजे तक रहता है। जिससे पैसेंजर ट्रेन को भुसावल से ही 2 घंटे देरी से रवाना किया जा रहा। ऐसे में खंडवा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन दोपहर 12.50 की बजाय 3 बजे तक आना निर्धारित होना चाहिए। लेकिन इस बीच मेल, सुपर एक्सप्रेस और एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या ज्यादा है। जिससे भुसावल-कटनी पैसेंजर ट्रेन को खंडवा से पहले अन्य छोटे स्टेशन पर 4 से 6 घंटों खड़े रखे जा रहा। रविवार को पैसेंजर जरूर दोपहर 3.10 बजे खंडवा पहुंच गई।
ब्लॉक के चलते वाघोड़ा, असीरगढ़ रोड, चांदनी, नेपानगर, सागफाटा, डोंगरगांव, बगमार, बडग़ांव गुर्जर, मथेला, तलवडिय़ा, सुरगांव बंजारी, चारखेड़ा खुर्द, छनेरा, बरुड़, खिरकिया, दगडख़ेड़ी, भिरंगी, मसनगांव, पलासनेर, चारखेड़ा, पगढ़ाल, भैरोंपुर, बानापुरा, धरमकुंडी, दुलरिया सहित दो दर्जन से अधिक छोटे स्टेशनों के हजारों यात्रियों को परेशानी हो रही। यात्री प्रभात दुबे, अंकित तिवारी, रंजीत वर्मा, कामेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले ज्यादातर मुसाफिर गरीब और मध्यम वर्ग के होते हैं। वे छोटे-छोटे स्टेशनों से सवार होकर आना-जाना करते हैं, लेकिन रेल अधिकारी पैसेंजर ट्रेनों पर ध्यान ही नहीं दे रहे है।
मेल, सुपर एक्सप्रेस और एक्सप्रेस ट्रेनों को निकालने के चलते पैसेंजर ट्रेन को छोटे-छोटे स्टेशन पर 4,5 घंटे तक खड़े रखा जा रहा। इन स्टेशनों पर खानपान सामग्री, चाय-पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे यात्री भूखे-प्यासे बैठ इंतजार करने को मजबूर है।
कितने दिन चलेगी परेशानी, समय नहीं निर्धारित
भुसावल मंडल के पीआरओ जीवन चौधरी ने बताया सेफ्टी के लिए भुसावल से खंडवा तक कार्य होना है। जिसकी सूचना पूर्व में दे चुके है। सावदा, निंबोरा, रावेर के बीच डाउन ट्रैक पर मशीन से कार्य हो रहा है। इसलिए भुसावल से ही ट्रेन को दो घंटे देरी से रवाना किया जा रहा। कितने दिन तक यह परेशानी होगी इसका जवाब पीआरओ नहीं दे पाए है।