12 हजार उपभोक्ताओं से 3.40 करोड़ रुपए वसूली होना है। सामान्य घरेलू 5 हजार व 3 हजार संभल सरल/इंदिरा ज्योति योजना के है। इसमें से 1.10 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है। 60 लाख रुपए सरल/इंदिरा ज्योति वालों से वसूली है। 2 करोड़ 30 लाख रुपए अभी बकाया है।
शहर संभाग कार्यपालन यंत्री मनेंद्र गर्ग ने बताया 1 अगस्त से चल रहे विशेष अभियान में टीम ने 600 बकायदारों के कनेक्शन काटे है। राशि जमा करने के बाद उनके कनेक्शन जोड़ रहे। कनेक्शन जोडऩे के लिए भी 200 रुपए शुल्क ले रहे है। वसूली अभियान की टीम कुछ उपभोक्ताओं के साथ मनमानी भी कर रही। जिससे उपभोक्ताओं और बिजली कंपनी की टीम के बीच बहस झगड़े हो रहे।
राज्य सरकार ने पिछले वर्ष 2018 में सरल संबल योजना शुरू की थी। योजना का लाभ लेने के लिए हजारों उपभोक्ता शामिल हुए। योजना के तहत 200 रुपए बिल जमा करना था। कांग्रेस सरकार ने योजना का नाम बदलकर इंदिरा ज्योति किया और बिल 200 से घटाकर 100 रुपए प्रतिमाह कर दिया। कई उपभोक्ताओं ने मनमानी बिजली जलाई। लेकिन बिल जमा करने में कुछ उपभोक्ताओं ने रुचि नहीं ली।