42 करोड़ की लागत से इस सीसी रोड का निर्माण आरएसके कंपनी ने 2016 में शुरू किया था। कार्य पूर्णता अवधि 24 माह रखी गई थी, लेकिन ठेकेदार चार साल में 14 किमी सड़क ही बना सका है। विभाग भी ठेकेदार कंपनी पर दबाव नहीं बना पा रहे हैं। विभाग ठेकेदार को कार्य के अनुसार भुगतान नहीं कर पाया है। इसी बीच सीसी पीआरसी मशीन भी खराब हो गई। लोनिवि व ठेकेदार कंपनी दूसरी मशीन का इंतजाम नहीं कर सके हैं। अधूरी सड़क को लेकर ग्रामीणों में निराशा के साथ आक्रोश भी है, उन्हें ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने में 10 किमी का फेरा लगाकर पहुंचना पड़ रहा है।
लॉकडाउन में किया था घटिया निर्माण
ठेकेदार ने लॉकडाउन में सीसी रोड का निर्माण शुरू किया था। घटिया निर्माण के चलते ग्रामीणों ने विरोध जताकर शिकायत की थी। इस पर अधिकारियों ने काम बंद करा दिया था, जो चार माह बाद भी शुरू नहीं हो सका है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
ब्लैक लिस्टेड करने की थी तैयारी
लगातार काम बंद रहने पर हरसूद एसडीओ ने ठेकेदार कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने की बात कही थी। उन्होंने कागजी औपचारिकता कर प्रस्ताव इइ खंडवा को भेज भी दिया है, लेकिन विभाग की गलती होने के कारण यह कार्रवाई नहीं की जा सकी है। अगर विभाग भुगतान कर देता तो ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जा सकता था। विभाग के हाथ इसी कारण बंधे हैं।
आवंटन की कमी तो है ही साथ सीसी पीआरसी मशीन भी खराब है। ठेकेदार को समय पर पैसा देते तो कार्रवाई भी करते। एक बार कार्रवाई कर चुके हैं। मशीन आते ही काम शुरू कराने का प्रयास करेंगे।
प्रताप झानिया, इइ लोनिवि खंडवा
नोटिस दे चुके हैं
ठेकेदार को आवंटन को लेकर कुछ दिक्कत आ रही हैं। काम चालू करने के लिए नोटिस भी दे चुके हैं। हमारी तरफ से रिसेट करने की पूरी तैयारी कर फाइल खंडवा भेज दी है।
शशिकांत त्रिपाठी, एसडीओ लोनिवि हरसूद