cyber crime - निमाड़ में साइबर ठगों का जाल
-चार जिलों में 5 करोड़ से ज्यादा की कर चुके हैं साइबर ठगी
-ऑनलाइन लोन, जॉब, कैशबैक रिवॉर्ड, फ्री रिचार्ज के जाल में फंस रहे लोग
-कई मामलों में पुलिस ने तोड़ा साइबर ठगों का जाल
खंडवा
Published: February 21, 2022 12:25:47 pm
खंडवा.
निमाड़ साइबर ठगों के जाल में फंसता जा रहा है। पिछलेे एक साल में निमाड़ के चारों जिलों में साइबर अपराधियों ने पांच करोड़ से ज्यादा की साइबर ठगी की है। लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए हर बार साइबर ठग नया तरीका निकाल लेते है। फ्री रिचार्ज, कैश बैक ऑफर, ऑन लाइन जॉब, ऑन लाइन लोन, एटीएम हैकिंग, सीम क्लोन जैसे कई तरीकों से लोगों के खातों से रुपए उड़ाए जा रहे हैं। हालांकि कुछ मामलों में पुलिस ने खातों में रुपए वापस लाने में सफलता भी प्राप्त की है। अब पुलिस ने साइबर अपराधियों के जाल को तोडऩे के लिए निमाड़ रेंज में साइबर फारेंसिक लैब भी स्थापित की है।
लॉक डाउन-2 के बाद जिले में साइबर क्राइम का ग्राफ दो गुना हो गया है। साइबर अपराधियों ने अब ठगी के तरीके भी बदल लिए है। पहले ऑनलाइन शॉपिंग, एटीएम कार्ड बंद होने, खाता बंद करने जैसे फर्जी काल कर ओटीपी के माध्यम से ठगी होती थी। इन तरीको से लोग सावधान हुए तो फोन-पे, पेटीएम सहित अन्य यूपीआई ट्रांजेक्शन के तहत कैशबैक मिलने, किसी माध्यम से खाते में रुपए आने का कहकर यूपीआई पिन लेकर रुपए उड़ा रहे है। जबकि किसी भी यूपीआई ट्रांजेक्शन में सिर्फ रुपए देने के लिए पिन का इस्तेमाल किया जाता है, रुपए लेने के लिए नहीं। इसके अलावा सीम बंद होने, कैशबैक रिवार्ड मिलने आदि की लिंक भेजकर भी रुपए उड़ाए जा रहे है। साइबर अपराधियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं को अपना निशाना बनाना शुरू किया है।
केस एक- ऑनलाइन नौकरी का झांसा
दिसंबर 2021 में खंडवा के छोटी बोरगांव निवासी छात्रा को साइबर ठग ने ऑन लाइन जॉब का ऑफर दिया और बैंक डिटेल ले ली। जिसके बाद छात्रा के पिता के बैंक खाते से करीब एक लाख रुपए 6 बार में निकाल लिए। हताश छात्रा ने आत्महत्या की कोशिश भी की थी।
केस दो- स्कूटर की एजेंसी के नाम पर 16 लाख गवाएं
खंडवा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत सितंबर 2021 में शहर के एक व्यापारी ने इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर की एजेंसी का ऑनलाइन विज्ञापन देखकर संपर्क किया था। साइबर ठग ने अपने आप को कंपनी का मैनेजर बताकर 15.91 लाख रुपए व्यापारी से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवाए थे।
केस तीन- केबीसी लॉटरी के नाम पर 2.20 ठगे थे
खालवा थाना क्षेत्र में जनवरी 2022 में एक नाबालिग छात्रा को केबीसी में 25 लाख रुपए की लॉटरी खुलने के नाम पर 2.20 लाख रुपए साइबर अपराधियों ने ठग लिए थे। नाबालिग और उसकी मजदूर मां ने झांसे में आकर उधार रुपए लेकर फोन-पे से रुपए दिए थे।
केस चार- फ्री रिचार्ज के नाम पर ठगे थे 1.77 लाख
हाल ही में मोघट थाना क्षेत्र में एक महिला से फ्री रिचार्ज के नाम पर एनी डेस्क एप डाउन लोड करवाकर साइबर ठग ने 1.77 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए थे। एप के माध्यम से साइबर ठग ने महिला के मोबाइल का हैक कर सारी जानकारी निकाल ली थी।
खरगोन में सीम क्लोन कर 91 लाख निकाले थे खाते से
तीन साल पहले खरगोन में साइबर ठगी का सबसे बड़ा मामला सामने आया था। यहां वर्ष 2018 में खरगोन के ऑटोमाबाइल डीलर की बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की सीम का साइबर अपराधियों ने क्लोन बना लिया था। व्यापारी का मोबाइल कुछ देर के लिए बंद हुआ था, इतनी देर में उनके खाते से 91 लाख रुपए निकल गए थे। व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। साइबर सेल की तत्परता से सारे ट्रांजेक्शन कैंसल कराकर पुलिस ने रुपए रिकवर किए थे।
जागरुकता ही बचाव है
साइबर अपराधों के मामले में पुलिस का साइबर सेल सक्रिय है। साइबर क्राइम से बचाव के लिए सबसे जरूरी जागरुकता है। यदि साइबर क्राइम का शिकार हो गए है तो उसकी जानकारी तुरंत ही पुलिस को दे, ताकि रुपए रिकवर कर सके। किसी भी अंजान कॉल को लेने, लिंक को ओपन करने से पहले एक बार आसपास के लोगों से राय जरूर ले।
विवेक सिंह, पुलिस अधीक्षक

चार जिलों में 5 करोड़ से ज्यादा की कर चुके हैं साइबर ठगी
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