scriptहादसाः दो मंजिला इमारत की भरभराकर गिरी दीवार, मजदूरों के मलबे में दबने से मची चीख-पुकार | dilapidated house wall collapses, two workers injured | Patrika News

हादसाः दो मंजिला इमारत की भरभराकर गिरी दीवार, मजदूरों के मलबे में दबने से मची चीख-पुकार

locationखंडवाPublished: Jun 29, 2020 09:25:43 pm

कहारवाड़ी क्षेत्र का मामला, मिट्टी में दबे मजदूरों को निकाल अस्पताल में कराया भर्ती

dilapidated house wall collapses, two workers injured

dilapidated house wall collapses, two workers injured

खंडवा. कहारवाड़ी क्षेत्र में रविवार दोपहर जर्जर मकान तोड़ते समय दीवार गिर गई। दुर्घटना में दीवार के मलबे में दबने से दो मजदूर घायल हुए। घटना देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला। मकान हरकचंद्र झमराल निवासी कहारवाड़ी का है। जानकारी के अनुसार रविवार को मजदूर गजानन (30) निवासी अहमदपुर खैगांव और रमेश पिता उमराव (45) निवासी शनि मंदिर क्षेत्र कहारवाड़ी में जर्जर मकान को तोडऩे का काम कर रहे थे। इसी दौरान दोपहर करीब 2.20 बजे मकान तोड़ते समय अचानक दूसरी मंजिल की दीवार भरभराकर गिर पड़ी। घटना में गजानन और रमेश दीवार के मलबे की चपेट में आ गए। मलबे में दबने से रमेश गंभीर घायल हुआ है। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली।
एंबुलेंस नहीं आई तो ऑटो से घायलों को पहुंचाया अस्पताल
मकान की दीवार गिरने से क्षेत्र में धमाके की आवाज आई। आवाज सुन लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। वहां देखा तो धूल का बवंडर उठ रहा था। स्थितियों को देख युवाओं की भीड़ अंदर पहुंची और मलबे में दबे मजदूरों को बचाने की मशक्कत शुरू की। रमेश मलबे में बुरी तरह दबा था। जिसे युवाओं ने मिट्टी हटाकर बाहर निकाला। वहीं एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंचने पर ऑटो रिक्शा की मदद से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में दोनों मजदूर खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

शहर में 20 जर्जर मकान, नोटिस थमाकर भूले जिम्मेदार
बारिश के मौसम में शहर में स्थित जर्जर मकान लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। पिछली बारिश में भी जर्जर मकान धराशाही हुई थे। बावजूद इसके जिम्मेदार नगर निगम चेता नहीं है। इस वर्ष एक बार फिर निगम ने जर्जर मकान मालिकों को नोटिस थमाकर अपनी कार्रवाई पूरी कर ली है। शहर में हाटकेश्वर वार्ड, सिनेमा चौक, कहारवाड़ी, रामगंज, कल्लनगंज, इंदौर रोड सहित अन्य क्षेत्रों में 20 से अधिक जर्जर मकान खड़े हुए हैं। कुछ मकानों में लोग रह रहे हैं। वहीं करीब पांच जर्जर मकानों का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में बारिश के मौसम में उक्त जर्जर मकानों के गिरने का खतरा बना हुआ है।
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