अरोरा का तबादला पूर्व में भी हुआ था अरोरा के पास बाल संप्रेक्षण गृह के साथ मध्यान्ह भोजन का प्रभार था। अरोरा का तबादला पूर्व में भी हुआ था लेकिन जिला पंचायत सीइओ के हस्तक्षेप पर रोक लिया गया था। शासन स्तर पर हटाए जाने के बाद सहायक संचालक का स्थानांतरण निरस्त कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि बाल संप्रेक्षण गृह का भी प्रभार है। अरोरा के हटने से यहां की व्यवस्था प्रभावित होगी, हालांकि इस बार तबादले के साथ उसके रिलीविंग के ऑर्डर भी जारी हुए हैं।
बच्चों को सिर्फ दाल-चावल परोसा गया शहर के स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सिर्फ दाल-चावल परोसा गया है। कथित रूप से केंद्रीय किचन की रोटी मेकर मशीन खराब हो गई थी, जिससे बच्चों को दाल-चावल परोसा जा रहा था। हालांकि शनिवार को मशीन में सुधार हुआ और स्कूलों में रोटी सब्जी पहुंचाई गई । स्कूलों और आंगवाड़ी केंद्रों में लगातार गुणवत्ता विहीन मध्यान्ह भोजन की आपूर्ति की जा रही है। तीन दिन तक शहर के 42 स्कूलों में रोटियां नहीं पहुंची। शिक्षकों के पूछने पर मध्याह्न भोजन आपूर्ति करने वाले कर्मचारियों ने शिक्षकों को बताया कि रोटी बनाने वाली मशीन खराब हो गई है।
ढाई घंटे तक बच्चे भूख से तड़पते रहे यही नहीं तीन दिन पहले घासपुरा प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल में भोजन ही नहीं पहुंचा। दोपहर की छुट्टी के बाद करीब ढाई घंटे तक बच्चे भूख से तड़पते रहे। स्कूल के शिक्षकों ने संकुल स्तर पर कर्मचारियों को सूचना दी है कि दो दिन पहले गुरुवार को स्कूलों में रोटी नहीं पहुंची। पानीदार सब्जी व दाल के साथ चावल से ही काम चलना पड़ा। जबकि सप्ताह में दो दिन ही रोटी का मेन्यू है। जिसमें एक दिन रोटी नहीं पहुंची । केंद्रीयकृत रसोई में लगभग छह हजार स्कूली बच्चों के हिस्से की रोटियां पकती हैं।
मशीन खराब होने के कारण रोटियां नहीं बन सकीं। जिससे स्कूलों में आपूर्ति नहीं हुई। अब स्कूलों का भोजन व आंगनबाड़ी केंद्रों का भोजन अलग-अलग रसोई में पक रहा है। मशीन में तकनीकी खराबी से जली निकल रहीं रोटियां
केंद्रीय कृत रसोई के कर्मचारियों ने बताया कि गुरूवार को मशीन की स्थित ठीक नहीं होने से रोटियां जली निकल रहीं हैं। टम्प्रेचर सेट नहीं होने से रोटियों की सेंकाई ठीक से नहीं हो पा रही है। दस दिन पहले बारिश के दौरान मशीन से निकलने वाली रोटियां जली निकाल रहीं थीं।