कराए। जिसके बावजूद मुझे योजना में शामिल नहीं किया गया। मुझे 9 हजार रुपए का बिल कंपनी ने थमाया। बिल जमा करने पर मेरे घर का कनेक्शन काट दिया। मैं अत्यंत गरीब हूं। उधार रुपए लेकर मैंने 5 हजार रुपए बिल जमा किए है। बाकी रूपए भी किस्तों मैं जमा कर दूंगा। तब तक मेरे घर की बिजली न काटी जाए। मुझे किस्तों में बिल जमा करने अनुमति दे। फोरम के अध्यक्ष गोयल ने भी मौके पर मौजूद कंपनी के अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद उसकी किस्तों में भुगतान करने की समस्या का समाधान किया। इसी प्रकार जावर का वीरराम श्रीवास ने कहा कि मेरा कनेक्शन कटे कई माह बीत चुके है। सुरक्षा नीति की राशि मांग रहे बैंस लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ। मूंदी के उपभोक्ता अनारसिंह ने एक माह में ही 1556 रीडिंग का बिल देने की शिकायत की।
उपभोक्ताओं की शिकायत के लिए परिसर में शनिवार को उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम कैंप का आयोजन हुआ। दोपहर 12 से 1.30 बजे तक शिविर चला। मात्र 5 उपभोक्त शिकायत लेकर पहुंचे। इसमें बिल संबंधी तीन, पंचनामा और सुरक्षा निधि क राशि लौटाने की एक-एक शिकायत आई। फोरम में 4 शिकायतों का तो मौके पर ही निराकरण कराया गया, जबकि शेष शिकायतों को फोरम ने निराकरण आदेशों के लिए सुरक्षित रखा है। बताया जा रहा है कि विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण शिविर की एक सप्ताह पहले विभाग ने सूचना दी थी। तीन माह पहले अक्टूबर में लगे शिविर में 3 शिकायतें आई थी। शिकायतें कम आने से फोरम लगाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा। शिविर में फोरम के सदस्य अधीक्षण अभियंता डीके पुरोहित, खंडवा अधीक्षण अभियंता एसआर सेमिल, कार्यपालन यंत्री नितिन चौहान, एसके पाटिल, एच चौहान, अक्षय राजपूत, संजय साकल्ले उपस्थित रहे।