लवकुशनगर निवासी अशोक जोशी ने बताया मेरे घर में ग्राउंड और फस्र्ट फ्लोर पर दो कनेक्शन है। फस्र्ट फ्लोर की शॉर्टसर्किट से तीन माह से सारी केबल जल गई। इससे सुधरवाया नहीं व ऊपर उपयोग नहीं करते। ऐसे में बिजली खपत का सवाल नहीं उठता। फिर भी हर माह 190 रीडिंग का बिल दे रहे हैं, यह सीधी मनमानी है।
शनिमंदिर क्षेत्र के अशो दशोरे ने बताया मैं किराए के मकान में रहकर गुब्बारें बेचने का कार्य करता हूं। मकान मालिक आशाबाई के नाम से मीटर है। मीटर में खराबी होने पर नया मीटर बदलवाएं तीन माह हो चुके है। फिर भी 13,14 हजार रुपए बिल दे रहे। सितंबर में 16 हजार रुपए बिल आने की शिकायत लेकर पहुंचा। एई ने गलती मानी और गरीब अशोक को करेक्शन कर 980 रुपए बिल दिया। जिससे उपभोक्ता ने जमा किया।
किशोरनगर निवासी सौरभ शर्मा ने बताया कि पिता सूरजचंद्र शर्मा के नाम से कनेक्शन है। तीन माह से कंपनी खपत से 800 से 900 रीडिंग ज्यादा का बिल दे रही। जुलाई में 1537 रीडिंग का 13,351 रु. बिल दिया। शिकायत पर 1126 रीडिंग कम करेक्शन कर 411 रीडिंग का 3375 रु.बिल दिया। अगस्त भी 1184 रीडिंग का 10332 रु. बिल दिया। करेक्शन में कम कर 420 रीडिंग का 3992 रुपए बिल जमा किया। सितंबर में 904 रीडिंग का 8119 रुपए बिल थमा दिया। गुरुवार को करेक्शन नहीं हुआ।
ट्रोल फ्री नंबर :1912
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मोबाइल नंबर : 8989983705 रुपए लेकर बिल न भरने वाले मीडर रीडर होगी एफआईआर कहारवाड़ी झोन बड़ा कब्रिस्तान क्षेत्र के लोगों ने मीडर रीडर पर रुपए लेने व बिल जमा नहीं करने का आरोप लगाया। सायरा बानो ने बताया कि पिछले माह 4500 रुपए बिल आया। मीडर रीडर को बिल जमा करने के लिए रुपए दिए। लेकिन उसने जमा नहीं किए। सितंबर में 10350 रुपए का बिल थमाया गया। जमुनाप्रसाद ने ताया पिंकी बाई के नाम से कनेक्शन है। रीडर ने जून माह में 2600 रुपए बिल। लेकिन जमा नहीं किए। सितंबर में अब 3074 रुपए का बिल आया। जिसमें 2600 रुपए पिछले माह का बिल है। बिजली कंपनी ने उस मीटर रीडर को निकाल दिया है। अब उसके खिलाफ एफआईआर कराने की तैयारी है।
मनेंद्र गर्ग, कार्यपालन यंत्री, विद्युत वितरण कंपनी, खंडवा शहर संभाग।