किसान सुभाष ने बताया कि अब उत्पादन शुरू हो चुका है और जल्द ही टमाटर की तुड़ाई का कार्य भी शुरू हो जाएगा। किसान ने बताया की टमाटर का बीज स्पेन का है, जो कि हैदराबाद से बुलवाया था। दस हजार पौधों का बीज लगभग पचास हजार रुपए में मिला था। बीज को डुल्हार में रोपणी में तैयार करवाया, जिसमें दस हजार रुपए का खर्च लगा। तैयार होने के बाद पौधों को रोपणी से लाकर खेत मे तैयार नेट हाउस में मलचिंग तकनीक से लगाया है। नेट हाउस में किसान ने पौधों के ऊपर शॉवर लगा रखे हैं। जब तापमान अधिक हो जाता है तो ये शॉवर नेट हाउस के अंदर लगे पौधों पर पानी का छिड़काव करते हैं, जिससे नेट हाउस का तापमान अनुकूलित हो जाता है। किसान ने बताया कि अभी तक टमाटर मे लगभग एक लाख 75 हजार रुपए खर्च हो चुका है। ये टमाटर लगभग आठ माह की उम्र के हैं, जिसमें तीन माह निकल चुके है और अब फल आना शुरू हो गया है। जल्द ही तुड़ाई का कार्य चलेगा और ये पौधे अगले पांच माह तक फल प्रदान करेंगे। किसान ने कहा कि फसल में खर्च को अलग करने के बाद भी लगभग चार लाख का मुनाफा होने का अनुमान है।
2017-18 मे शासन से मिला था अनुदान
किसान सुभाष ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत क्लस्टर सन् 2017-18 जिला उद्यानिकी विभाग खंडवा द्वारा संरक्षित खेती का घटक शेड नेट हाउस ट्यूब्लर स्ट्रक्चर और उच्च कोटि की सब्जियों की खेती के लिए 34 लाख की लागत से स्वीकृत हुआ था, जिसमे 17 लाख का अनुदान शासन की ओर से मिला था। किसान सुभाष ने बताया कि अभी तक उनके द्वारा इस नेट हाउस मे चार बार खीरा व दो बार शिमला मिर्च की खेती पहले की जा चुकी है, जिसमें हर खेती में लगभग तीन से चार लाख का मुनाफा मिला है। इस बार टमाटर लगाए हैं और इसमे भी लगभग चार लाख का मुनाफा कमाने का अनुमान है।