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लॉकडाउन के चलते टमाटर, बैंगन, ककड़ी मवेशियों को खिलाने को मजबूर किसान

locationखंडवाPublished: Apr 29, 2020 03:54:26 pm

Submitted by:

tarunendra chauhan

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Vegetable crops

Vegetable crops

खंडवा. कोरोना महामारी से बचाव चलते पूरे देश में लॉकडाउन के कारण क्षेत्र में सब्जी उत्पादक किसानों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बड़े शहरों में सब्जियों का परिवहन व खरीददार नहीं मिलने टमाटर, बैंगन, ककड़ी एवं तरबूज की फसलें खेतों में ही खराब हो गई। लाखों रुपए के नुकसान होने से परेशान किसान इन सब्जियों को जानवरों को खिलाने को मजबूर हैं। ब्लॉक के मैदारानी गांव में किसान उमाकांत तिवारी ने बताया बड़े भाई लक्ष्मीकांत के साथ मिलकर 4 एकड़ में साढ़े 3 लाख रुपए लागत लगाकर बैंगन एवं टमाटर की फसल उगाई थी। मार्च में फसल बिकने को तैयार थी, लेकिन कोरोना वायरस बचाव के चलते लॉकडाउन लग गया। परिवहन में दिक्कत आने लगी। साथ ही कुछ से खंडवा सब्जी मंडी बंद है और दूसरे शहर के खरीददार नहीं मिल रहे, जिससे टमाटर एवं बैंगन की फसल खेतों में सड़कर खराब हो गई।

गांव के ही कृषक अमरनाथ दुबे ने ढाई एकड़ में साढ़े तीन लाख की लागत लगाकर टमाटर की फसल लगाई, लेकिन सब्जी मंडी बंद होने से खराब हो गया। किसान संजय तिवारी, अजय तिवारी दो भी सब्जी खराब हो गई है। संजय ने बताया कि सब्जी की फसल के लिए खाद-बीज से लेकर स्प्रे, टॉनिक सभी उधार लेकर आया था, लेकिन अब फसल बिके बगैर की खराब होने से नुकसान हो गया। उधारी के रुपए मांगने व्यापारी रोज बोलता है। ऐसे कई कृषक है जिन्होंने तरबूज, ककड़ी, टिंडे आदि सब्जियों की फसलें लगाई थीं। जो लॉकडाउन में परिवहन न हो पाने व बिक्री के अभाव में खराब हो गई। किसानों की मांग है की प्रदेशसरकार सर्वे कराकर ऐसे किसानों को जल्द मुआवजा प्रदान करे। इस संबंध में भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष सुरजीतसिंह मिन्हास ने कहा सब्जी एवं फल उत्पादक किसानों को नुकसानी का उचित मुआवजा शीघ्र मिले इसके लिए भाकिसं सरकार से मांग करेंगे।

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