उन्होंने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान पर कहा कि 1984 में सिखों के साथ अत्याचार हुआ, कत्लेआम हुआ, ये कहते हैं-हुआ तो हुआ। भोपाल में हजारों लोगों को जहरीली गैस के हवाले कर दिया गया, कई पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया गया, इस कांड के गुनहगार को भगा दिया गया। इस पर भी ये यही कहेंगे- हुआ तो हुआ।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने खंडवा रैली में गायक किशोर कुमार का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा कि देश के मशहूर गायक किशोर कुमार जी तो इसी धरती के सपूत थे। इमरजेंसी के दौरान उन्होंने कांग्रेस के दबाव में आने से इनकार कर दिया था। बदले में कांग्रेस ने किशोर दो के गानों पर ही रोक लगवा दी थी। अब अगर आज कांग्रेस से पूछें, तो वो यही कहेंगे- हुआ तो हुआ।
वोटिंग से पहले दिग्विजय के लिए भोपाल में साधु-संतों ने हवन किए थे। पीएम मोदी ने उस पर तंज कसते हुए कहा कि ये कितने भी हवन करा दें, ये कितने भी जनेऊ दिखा दें, पुलिस को भगवा ड्रेस भी सिलवा दें, लेकिन भगवा में जो आतंक के दाग लगाने की इन्होंने साजिश की है, उस पाप से ये बच नहीं पाएंगे।
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के पाले पोसे आतंकी जब यहां हमला करते थे तो ये निर्दोषों को जेलों में ठूंस देते थे। हिंदू आतंकवाद का कुतर्क गढ़ने के लिए, हमारी महान परंपरा को बदनाम करने का जो गंभीर षडयंत्र इन्होंने किया है, उसी का जवाब आज इनको मिल रहा है।
पीएम ने कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आप मध्यप्रदेश में ही देख लीजिए। यहां एक ही पार्टी के ढाई सीएम हैं। प्रशासन को पता ही नहीं चलता है कि किसका आदेश मानना है। गुंडों, हत्यारों और डकैतों को खुला लाइसेंस दिया गया है।