इधर, विभागीय कर्मचारियों ने बताया 1 अक्टूबर की रात गश्त के दौरान कुछ लोग सरमेश्वर बीट प्रभारी शांतिलाल चौहान को मिले। उन्होंने बीट प्रभारी चौहान को धमकी देते हुए कहा जंगल में मत आना। यदि आए तो मार डालेंगे। अब जंगल हमारा है। इस समय से विभाग ने क्षेत्र में मुखबिर तंत्र सक्रिय किया था। विभाग की मानें तो मुख्य आरोपी रमेश और फेंदा पहले भी क्षेत्र में जंगल में अवैध अतिक्रमण व कटाई की गतिविधियों को अंजाम दे चुके है। 7 सितंबर को तालियाधड़ कक्ष क्रमांक 777 व सरमेश्वर के 763 में हुई कटाई और वन कर्मी के साथ मारपीट करने के मामले में यह शामिल थे।
वर्जन…
सरमेश्वर के जंगल में अवैध अतिक्रमण की नीयत से घुस रहे बड़वानी जिले के 90 लोगों को हथियारों के साथ पकड़ा है। पूछताछ में आरोपियों ने जंगल को नाबार्ड बनाने की बात कबूली है। मामले में सभी के खिलाफ वन अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया जा रहा है।
आइएस गड़रिया, एसडीओ, खालवा