कंपनी नहीं देगी तो पैसा मैं दूंगा। हमने भरोसा कर लिया और अब डॉक्टर आनाकानी करता है। पैसा मांगने जाओं तो धौंस दिखाकर भगा देता है। हमने भरोसा कर कर 20 लाख के लगभग राशि इस डॉक्टर के हवाले कर दी। 5 वर्ष तक हम से राशि लेता रहा, जब देने का समय आया तब नकार रहा है। 2 वर्ष से हम अपनी जमा पूंजी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद उम्मीद जगी है। डॉक्टर पर कार्रवाई होनी चाहिए और हमारे रात दिन के मेहनत का पैसा भी वापस होना चाहिए।
डॉक्टर को भेजेंगे नोटिस
मछुआरों की आपबीती और समस्या को सुनने के बाद एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने एसडीओपी पुनासा से फोन पर बात की और उनको इस मामले के बारे में अवगत कराया साथ ही यह भी कहा कि यह लोग बहुत दिनों से परेशान हो रहे हैं । चिटफंड के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीएम ने मछुआरों से कहा कि एसडीओपी खंडवा गए हैं। उनके आने पर कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम कार्यालय से डॉक्टर को नोटिस देकर बुलाया जाएगा और पूरी जानकारी ली जाएगी।
एसडीम कार्यालय से नोटिस भेजकर डॉक्टर को बुलवाया जाएगा। एसडीओपी को अवगत करा दिया गया है। चिटफंड के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सीएस सोलंकी, एसडीएम पुनासा