ग्राउंड रिपोर्ट: पीने को गरम पानी, शौचालय की टोंटी सूखी, बैठने को ठौर नहीं
सूरज कुंड बस स्टैंण्ड को मूलभूत सुविधाओं की दरकार, तपती गर्मी में यहां यात्रियों का हाल है बेहाल
खंडवा
Published: April 23, 2022 12:11:35 pm
खंडवा. स्वच्छता में शहर को नंबर एक पर लाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे नगरीय निकाय के अफसर मूलभूत सुविधाओं के बंदोबस्त में पीछे हैं। शहर विकास की होड़ में करीब साल भर पहले सूरज कुंड में नया बस स्टैंड बनाया है। यहां पीने के लिए गरम पानी है, शौचालय तलाशने पर मिलता है और मिल भी गया तो उपयोग करने लायक नहीं। सबसे अहम बात कि तपती गर्मी में छांव में बैठने को तक ठौर नहीं है। लिहाजा यहां यात्रियों के साथ बस स्टॉफ को हर रोज दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।
शैड में कम पड़ती है जगह
सूरज कुंड बस स्टैंड में सुविधा के नाम पर एक टीन शैड बना है। जिसमें कुछ बैंच रखी हैं। यहां यात्रियों की भीड़ इतनी हो जाती है कि बैठने को बैंच कम पड़ती हैं। ऐसे में कुछ लोग छांव का सहारा लेकर नीचे ही बैठ जाते हैं और कई यात्री परिसर में लगे पेड़ के नीचे लपट खाते इंतजार करने को मजबूर रहते हैं।
पीने को अशुद्ध गरम पानी
पीने के पानी के लिए यहां एक प्लास्टिक की टंकी रखी है। जब से टंकी लगी है उसके बाद उसे साफ नहीं किया गया। सूरज चढ़ते ही टंकी का पानी गरम होने लगता है। इसी अशुद्ध पानी को पीकर यहां आने वाले यात्री अपनी प्यास बुझा रहे हैं। टंकी के नल के नीचे गंदा पानी भरा है और यहां ज्यादा पानी गिरने से कीचड़ हो जाता है।
परेशानी बना शौचालय का तीर
बस स्टैंड परिसर में प्रवेश करते हुए एक कमरा बना है। जिसमें बाहर स्वच्छता संदेश के साथ शौचालय जाने का मार्ग निशान बना है। इस तीर वाले निशान को देख शायद ही कोई आसानी से शौचलय तक पहुंच सके। बस स्टैंड के एक कोने में मंदिर के आगे शौचायल बनाया गया है। जो बाहर से साफ और अंदर से पानी के अभाव में सूखा है। बाथरूम के अंदर वॉश बेसिन में नल ही नहीं है। हाथ धोने के लिए पाइप लगे हैं और हवा उगल रहे हैं। ऊपर पानी की टंकी रखी है जो कभी भरी नहीं गई।
जुर्माना लेने आते हैं कर्मचारी
बस स्टैंड परिसर में काम करने वाले बस कर्मचारी बताते हैं कि यहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए। बैठने और पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। अव्यवस्थाओं के बीच नगर निगम के कर्मचारी यहां आकर उन लोगों को तलाशते हैं जो शौच करते हुए गंदगी फैलाते मिलते हैं। बाथरूम में व्यवस्था नहीं होने से बाहर ही करने की मजबूरी होती है, उस पर भी 100 रुपए जुर्माना लगता है।
इनका कहना है...
बस संचालन करने वालों के साथ यहां यात्रियों के लिए सुविधाओं की कमी है। शौचालय में पानी नहीं और पीने का पानी गरम मिलता है। बैठने के लिए भी इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं।
- दिलावर अली, बस सुपरवाइजर
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यहां आकर यात्री तो परेशान होते ही हैं, बस चलाने वालों के लिए भी दिक्कतें हैं। गर्मी के दिनों में छांव तलाशना पड़ता है। बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने पर खड़े खड़े ही समय गुजरता है।
- कामता प्रसाद तिवारी, बस कर्मचारी

Ground report: Hot water to drink, toilet spout dry, unable to sit
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