31 मार्च रात 11.30 बजे जीआरपी खंडवा को सूचना मिली थी कि एक बदमाश ट्रेन क्रमांक 02598 डाउन सीएसटी-गोरखपुर एक्सप्रेस में सवार है। जिसने यात्रा के दौरान सहयात्री का बैग चोरी किया है। घटना की जानकारी मिलने पर जीआरपी थाना द्वारा दो टीमें गठित की गई। ट्रेन का स्टापेज खंडवा स्टेशन पर नहीं होने से जीआरपी ने स्टेशन मास्टर से बात की और मामले की गंभीरता को बताया। जिसके बाद रात में ट्रेन के खंडवा पहुंचने पर स्टेशन मास्टर द्वारा ट्रेन रुकवाई गई। जीआरपी ने बताए गए हुलिए के आधार पर बदमाश की ट्रेन में तलाश शुरू की। पुलिस को देखकर उक्त हुलिए वाला एक व्यक्ति भागने का प्रयास करने लगा। जिस पर जीआरपी ने उसे धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम नजामुद्दीन शाह पिता सिद्दीकी शाह (40) निवासी बनवातार पोस्ट नईपुर थाना नैतनवा जिला महाराजगंज उप्र, हाल मुकाम आसबीबी कल्याण रोड भिवंडी थाना कुंवारबाड़ा जिला ठाणे बताया।
दूसरा भाई निकला पुरानी चोरी का आरोपी
जीआरपी ने आरोपी से पूछताछ की तो घटना में अपने भाई मोहेउद्दीन के शामिल होने और उसके पास एक अन्य बैग होने की बात कबूल की। दूसरे आरोपी की तलाश की तो आरोपी मोहेउद्दीन मुसाफिर खाना रेलवे परिसर में मिला। उक्त आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने बताया कि उसने अपने भाई के साथ पूर्व में दिसंबर 2019 में नेपानगर स्टेशन पर एक व्यक्ति का पर्स चोरी किया था। जिसमें 2500 रुपए नकदी और परिचय पत्र थे। नकदी हमने रख ली थी और पर्स व परिचय पत्र फेंक दिए थे। जीआरपी ने उक्त प्रकरण में दोनों को गिरफ्तार किया।
बैग में मिला 3.41 लाख का माल
आरोपी के पास से जीआरपी को एक ट्राल बैग बैंगनी कलर का मिला। जिसमें 6 तोला सोने के जेवर कीमती 2.88 लाख, दो चांदी के जेवर 300 ग्राम कीमती 20 हजार रुपए, मोबाइल कीमती 10 हजार, नकदी 7720 रुपए, 15 हजार के कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन का सामान कीमती 500 रुपए कुल 3 लाख 41 हजार 220 रुपए का माल मिला।
वीडियो फुटेज के आधार पर की गिरफ्तारी
हमें एक ही आरोपी की जानकारी कल्याण से मिली थी, उसी हुलिए के आधार पर आरोपी को उतारा गया था। उसके परिवार को छोड़ दिया गया। पूछताछ में उसके भाई को भी चोरी में शामिल होना पाया था। कल्याण से मिले वीडियो फुटेज में भी दोनों ही दिख रहे है। दोनों को नेपानगर वाली वारदात में गिरफ्तार कर 5 अप्रैल तक रिमांड पर लिया गया है। कल्याण वाले मामले में दोनों की गिरफ्तारी वहां की पुलिस करेगी।
बबिता कठेरिया, जीआरपी टीआई