scriptतैयार नहीं हो रहा बजट का हलवा, विभागों के फेर में उलझे आंकड़े | halwa ceremony before nagar nigam khandwa budget 2020-21 | Patrika News

तैयार नहीं हो रहा बजट का हलवा, विभागों के फेर में उलझे आंकड़े

locationखंडवाPublished: Jan 23, 2020 12:36:46 pm

केंद्र तैयार, शहर में सुस्ती का वार: निगम के बजट की प्रक्रिया दिसंबर में ही शुरू होने का है प्रावधान, 15 जनवरी तक अनिवार्य रूप से लेखापाल के पास निगम के सभी विभागों के आंकड़े पहुंचने थे, जो कि नहीं पहुंच पाए हैं

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खंडवा. देश के वित्त मंत्रालय ने बजट पेश करने की पूरी तैयारी कर ली है। हलवा सेरेमनी के साथ बजट-2020 के पेपर छपने लगे हैं। केंद्र सरकार तैयार है, लेकिन शहर में सुस्ती का वार है। यहां बजट का हलवा तैयार नहीं हो रहा है।
शहर सरकार यानी नगर निगम परिषद का कार्यकाल खत्म हो गया है और यहां के लिए प्रशासक की नियुक्ति के आदेश भी नहीं आए हैं। फिलहाल निगमायुक्त ही यहां मुखिया हैं। परिषद के कार्यकाल में हर बार बजट में देरी के बीच इस बार आसार थे कि प्रक्रिया तय समय पर होगी लेकिन हद दर्जे की लापरवाही बदस्तूर जारी है। 15 जनवरी तक अनिवार्य रूप से लेखापाल के पास निगम के सभी विभागों के आंकड़े पहुंचने थे, जो कि नहीं पहुंच पाए हैं। ऐसे में एक बार फिर स्थिति बन रही है कि वित्तीय वर्ष-2020-21 समय पर नहीं आ पाएगा। ऐसा होने से यहां इस बार भी वित्तीय प्रबंधन गड़बड़ होगा। जबकि एमपी इ-नगरपालिका पोर्टल में हर हेड के लिए समय पर आंकड़े देना अनिवार्य है।
इस तरह के हैं प्रावधान
निगमायुक्त का दायित्व होता है कि हर साल 30 नवंबर तक आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आय और व्यय के प्रस्ताव तैयार कर उसे एमआईसी को प्रस्तुत करे।
काउंसिल इसमें विचार.विमर्श के बाद संशोधन कर या जैसा उचित समझे, 15 तक निगम को प्रस्तुत करे।
स्वीकृत बजट की प्रति राज्य शासन को सूचनार्थ भेजी जाए। 31 मार्च तक बजट स्वीकृत नहीं होने पर एमआईसी कि ओर से स्वीकृत बजट के अनुसार काम किया जा सकता है।
…और यहां ऐसे हाल
आयुक्त ने सभी विभागाध्यक्षों को लिखा है कि अनुमानित आय-व्यय बजट वर्ष 2020-21 तैयार किया जाना है। इसके लिए आंकड़े तैयार करें। इसमें ये ध्यान रखना है कि जो योजनाएं अभी चल रही हैं तथा आगामी वर्ष में भी चलेंगी, उनके आंकड़े भी शामिल करते हुए वर्ष 2020-21 के आंकड़े 15 जनवरी तक अनिवार्य रूप से लेखापाल को उपलब्ध कराएं, ताकि बजट की कार्रवाई समय से तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रस्तुत कर सकें।
परिषद में पहुंचने तक बीत जाता है आधा साल
2015 में अगस्त में हुए सम्मेलन में बजट पास हुआ।
2016 में अगस्त में हुए सम्मेलन में बजट पास किया गया।
2017 में जून में सम्मेलन स्थगित, अगस्त में बजट पास।
2018 में अक्टूबर में हुए सम्मेलन में बजट पास किया गया।
2019 में नवंबर में हुए सम्मेलन में बजट को स्वीकृति मिली।
ये रहा निगम का पिछला बजट
2019-20 वित्तीय वर्ष का बजट
2.60 अरब से ज्यादा आय
2.59 करोड़ से ज्यादा व्यय
36.86 लाख रुपए बजट का बजट

समय पर बजट नहीं तो ये नकारात्मक प्रभाव
अलग-अलग बजट हेड में पता नहीं चलता है कि किस हेड में से कितना व्यय हो चुका है, बिना बजट प्रबंधन के भुगतान हो जाते हैं, प्राथमिकता के आधार पर काम कराने में दिक्कत आती है। ऐसे में शहर विकास के लिए कोई ठोस काम नहीं हो पाते हैं।
हमने सभी विभाग प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि बजट से संबंधित संख्यात्मक जानकारी जल्द भेजे, ताकि समय पर बजट तैयार हो जाए। जो लापरवाही बरतेगा, उस पर कार्रवाई होगी।
हिमांशु सिंह, आयुक्त, ननि

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