मध्यस्थता और समझाइश के बाद वैवाहिक जीवन टूटने से बचाया
खंडवाPublished: Jun 10, 2021 11:30:22 am
मध्यस्थता और समझाइश के बाद एक हुए पति-पत्नी
मध्यस्थता और समझाइश के बाद वैवाहिक जीवन टूटने से बचाया
खंडवा. वैवाहिक जीवन की डोर बहुत नाजुक होती है, इसे संभालने के लिए बड़े जतन करने पड़ते है। इसके बावजूद कुछ की शादी शुदा जिंदगी में परेशानियां आ जाती है। आज के समय में उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए सबसे सरल और अचूक उपाय माध्यस्था योजना भी बनती जा रही है। जिला विधिक सेवा प्राधिकारण खंडवा ने ऐसे ही एक जोड़े को जो वैचारिक मतभेद के बाद अलग होने जा रहे थे, मध्यस्था और समझाइश के बाद वैवाहिक जीवन टूटने से बचाया। खालवा निवासी सीमा यादव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खंडवा में पति की प्रताडऩा के संबंध में आवेदन प्रस्तुत कर पति को समझाइश देकर साथ रखने के संबंध में निवेदन किया। इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव हरिओम अतलसिया द्वारा आवेदन में शीघ्रता से सुनवाई की। महिला द्वारा बताया उसके दो छोटे-छोटे बच्चे है तथा पति द्वारा वैचारिक मतभेद व शंका के कारण उसके व उसके बच्चों के साथ मारपीट की जाती है। हरिओम अतलसिया व जिला विधिक सहायता अधिकारी चन्द्रेश मंडलोई द्वारा महिला के आवेदन पर उसके पति को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में 1 जून व गुरुवार को बुलाकर दोनों से पृथक पृथक व उसके पश्चात् संयुक्त रूप से उनके बातेें सुनी।
सहमत होकर दोनों ने ली शपथ
उचित परामर्श व काउंसलिंग के तहत उनके मध्य उत्पन्न वैचारिक विवाद का अंत किया गया। समझाइश के चलते पति अपनी पत्नि व बच्चों सहित एक साथ वैवाहिक जीवन व्यतीत करने व भविष्य में अपने पति धर्मो व कर्तव्यों का पालन करने के लिए तत्पर हुआ। दोनों ने अपने मतभेद खत्म करने, सहमत होकर शंका न करने की शपथ ली। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व जिला विधिक सहायता अधिकारी द्वारा द्वारा उक्त विवाहित जोड़े को पौधा वितरीत किया। वैवाहिक विवाद का अंत करवाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की फ्रंट ऑफिस कोर्डिनेटर अंजना लखमारे का भी सहयोग रहा।