कटनी में हुए नवाचार को आगे बढ़ाते हुए जिले के शिक्षा विभाग द्वारा विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई रिकॉर्डिंग को पेन ड्राइव के माध्यम से रेडियो में लगाया जाएगा। इस सिस्टम के अलावा एलईडी की व्यवस्था भी स्कूलों में करेंगे। रेडियो से पढ़ाई की नई व्यवस्था पहले चरण में कक्षा 6टी से 12वीं के लिए होगी। कटनी में तैयार वीडियो व ऑडियो लेक्चर जिले के स्कूलों में दिखाए व सुनाए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने मसौदा बनाया है कि रेडियो व एलईडी के लिए स्कूलों से स्थानीय मद से खरीदी कराएंगे।
नीति आयोग ने जिले को दी थी ये रैंक, पीएम ने की थी बात
49 मानकों पर परखते हुए नीति आयोग ने 101 जिलों की पहली रैंकिंग जारी की तो इसमें जिले को 41 वां स्थान मिला। 6 सेक्टर्स में स्थितियां जांची गई थी जिसमें जिला 37.14 प्रतिशत स्कोर ही कर पाया था। स्वास्थ्य के मामले में हमारा नंबर सूची के बॉटम-10 में यानी 91वां था जबकि शिक्षा में जिले को 50वां स्थान मिला था। नीति आयोग ने शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण जैसे क्षेत्रों के विकास के 49 मानकों पर देश के 101 पिछड़े जिलों की रैंकिंग जारी की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के 8 जिलों के कलेक्टर्स से बात की थी।
49 मानकों पर परखते हुए नीति आयोग ने 101 जिलों की पहली रैंकिंग जारी की तो इसमें जिले को 41 वां स्थान मिला। 6 सेक्टर्स में स्थितियां जांची गई थी जिसमें जिला 37.14 प्रतिशत स्कोर ही कर पाया था। स्वास्थ्य के मामले में हमारा नंबर सूची के बॉटम-10 में यानी 91वां था जबकि शिक्षा में जिले को 50वां स्थान मिला था। नीति आयोग ने शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण जैसे क्षेत्रों के विकास के 49 मानकों पर देश के 101 पिछड़े जिलों की रैंकिंग जारी की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के 8 जिलों के कलेक्टर्स से बात की थी।
ये है कटनी का मॉडल
नवंबर 2017 में जबलपुर के कटनी में मसौदा तैयार हुआ। जिसमें रेडियो से पढ़ाई की नई व्यवस्था के पहले चरण में कक्षा 6टी से 12वीं के लिए नवाचार की तरफ कदम बढ़े। कक्षा 6टी से 8वीं तक की 18, तीसरी से 5वीं तक की 12वीं पहली से दूसरी तक के 6 विषयों की रिकॉर्डिंग कराई गई। इस तरह 36 विषयों की पढ़ाई कराने के इस फॉर्मुले में विषय विशेषज्ञों से भी 20 विषयों की रिकॉर्डिंग तैयार कराई गई। वहां की 1823 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में एक महीने में ये इस तरीके से पढ़ाई शुरू हुई और इस तरह का नवाचार करने वाला ये प्रदेश का पहला जिला बना।
नवंबर 2017 में जबलपुर के कटनी में मसौदा तैयार हुआ। जिसमें रेडियो से पढ़ाई की नई व्यवस्था के पहले चरण में कक्षा 6टी से 12वीं के लिए नवाचार की तरफ कदम बढ़े। कक्षा 6टी से 8वीं तक की 18, तीसरी से 5वीं तक की 12वीं पहली से दूसरी तक के 6 विषयों की रिकॉर्डिंग कराई गई। इस तरह 36 विषयों की पढ़ाई कराने के इस फॉर्मुले में विषय विशेषज्ञों से भी 20 विषयों की रिकॉर्डिंग तैयार कराई गई। वहां की 1823 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में एक महीने में ये इस तरीके से पढ़ाई शुरू हुई और इस तरह का नवाचार करने वाला ये प्रदेश का पहला जिला बना।
फैक्ट फाइल
1777 स्कूल हैं जिले में प्राइमरी से हासे तक
6600 पद इन स्कूलों के लिए शासन से मंजूर
4379 शिक्षक ही जिले के इन स्कूलों में कार्यरत
2221 शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई-रिजल्ट प्रभावित
100 से ज्यादा स्कूलों में एलईडी व रेडियो से कराएंगे पढ़ाई
1777 स्कूल हैं जिले में प्राइमरी से हासे तक
6600 पद इन स्कूलों के लिए शासन से मंजूर
4379 शिक्षक ही जिले के इन स्कूलों में कार्यरत
2221 शिक्षकों की कमी के चलते पढ़ाई-रिजल्ट प्रभावित
100 से ज्यादा स्कूलों में एलईडी व रेडियो से कराएंगे पढ़ाई
– 16 जून से ही लागू करेंगे
शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए कटनी के नवाचार को आगे बढ़ाया जा रहा है। रेडियो, एलईडी और पेन ड्राइव के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। 16 जून से ही इसे लागू करेंगे।
पीएस सोलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी
शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए कटनी के नवाचार को आगे बढ़ाया जा रहा है। रेडियो, एलईडी और पेन ड्राइव के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। 16 जून से ही इसे लागू करेंगे।
पीएस सोलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी