scriptकोरोना वैक्सीनेशन में जिम्मेदार ही नहीं दिखा रहे रूचि | Interested in corona vaccination not showing responsibility | Patrika News

कोरोना वैक्सीनेशन में जिम्मेदार ही नहीं दिखा रहे रूचि

locationखंडवाPublished: Jan 18, 2021 09:39:34 pm

-दूसरे दिन के टीकाकरण में फिर रहे कई डॉक्टर, स्टाफ अनुपस्थित -मैसेज देर से मिलने के कारण भी कई स्वास्थ्य कर्मी नहीं आ पाए -मंगलवार को बंद रहेगा कोरोना का टीकाकरण, बुधवार को लगाएंगे टीके

कोरोना वैक्सीनेशन में जिम्मेदार ही नहीं दिखा रहे रूचि

मेडिकल कॉलेज के डॉ. पंकज जैन टीका लगवाते हुए।

खंडवा.
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने और कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा में जुटे स्वास्थ्य विभाग को सरकार ने टीकाकरण का पहला अवसर दिया है। लोगों के मन में बैठे भय और भ्रांतियों को दूर करने के लिए जिम्मेदार ही टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे है। सोमवार को टीकाकरण के दूसरे दिन तीन टीकाकरण केंद्रों पर सिर्फ 40 प्रतिशत ही हेल्थ वर्कर्स टीका लगवाने पहुंचे। इसमें भी सबसे कम मेडिकल कॉलेज वाले बूथ पर महज 28 लोगों ने टीका लगवाया। मंगलवार को नियमित टीकाकरण का दिन होने से अब बुधवार को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन का शुभारंभ 16 जनवरी से किया गया है। सरकार ने कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य कार्यकर्ता टीकाकरण को लेकर रूचि नहीं दिखा रहे हैं। जिले में खंडवा जिला अस्पतला के बी-ब्लॉक में दो बूथों और छैगांवमाखन के एक बूथ पर टीकाकरण चल रहा है। पहले दिन 16 जनवरी को जहां 300 हितग्राहियों में से 56 प्रतिशत कुल 168 ने टीका लगवाया था। वहीं, दूसरे दिन 18 जनवरी सोमवार को ये ग्राफ गिरकर 40 प्रतिशत रह गया। सोमवार को 300 में से सिर्फ 120 हितग्राही ही टीका लगवाने पहुंचे।
मेडिकल कॉलेज बूथ पर सिर्फ 28 आएं
सोमवार को हुए टीकाकरण में बूथ क्रमांक-2 मेडिकल कॉलेज की साइट पर 100 में से सिर्फ 28 लोग टीका लगवाने पहुंचे। इस बूथ पर कुल मेडिकल कॉलेज के 413 डॉक्टर्स, स्टाफ को टीका लगाया जाना है। पहले दिन यहां 44 लोग ही पहुंचे थे। वहीं, बूथ क्रमांक-1 पर जिला अस्पताल के 506 लोगों के नाम सूची में है। यहां पहले दिन 51 और सोमवार को सिर्फ 38 लोगों ने टीका लगवाया। वहीं, छैगांवमाखन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 303 लोगों का टीकाकरण में नाम है। पहले दिन यहां 73 और सोमवार को 54 लोग टीका लगवा चुके थे।
कॉलेज छोड़कर जा चुके लोगों के नाम भी सूची में
पहले चरण में चल रहे टीकाकरण का प्रतिशत कम होने का एक बड़ा कारण ये भी सामने आ रहा है कि मेडिकल कॉलेज की सूची में कई ऐसे भी नाम है, जो पूर्व में ही कॉलेज छोड़कर जा चुके है। सोमवार को 100 लोगों को टीकाकरण के लिए एसएमएस भेजे गए थे। इसमें से 24 ऐसे थे जो पहले ही कॉलेज छोड़कर जा चुके थे या अवकाश पर थे। पहले दिन टीका नहीं लगवाने वाले 10 हितग्राहियों को सोमवार दोबारा मौका दिया गया था, लेकिन वे दूसरे दिन भी नहीं आए। वहीं, 38 लोग ऐसे थे जिन्होंने सूची में नाम होने के बाद भी अभी टीका लगवाने से मना कर दिया।
अपने अधिनस्थों को करें प्रोत्साहित
सोमवार को हुई समय सीमा की बैठक में कलेक्टर अनय द्विवेदी ने भी कोरोना टीकाकरण के कम ग्राफ को लेकर चिंता जताई। उन्होंने मेडिकल कॉलेज डीन, सीएमएचओ, सिविल सर्जन, बीएमओ सहित सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधिनस्थों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें, सभी को बताए कि कोरोना टीकाकरण सुरक्षित है, इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। वहीं, संयुक्त संचालक डॉ. जीएल सोढ़ी ने भी सोमवार को टीकाकरण केंद्रों का जायजा लिया। उन्होंने भी टीकाकरण कराने के लिए सभी को प्रोत्साहित किया।
व्यक्तिगत रूप से भी लगाए थे फोन
सोमवार को होने वाले टीकाकरण के लिए सभी 300 लोगों को कोविन एप से मैसेज भेजे गए थे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनके सेठिया, मेडिकल कॉलेज के डॉ. सौमित्र सेठिया ने व्यक्तिगत रूप से भी फोन लगाए थे। इसके बाद भी लोगों के नहीं आने का कारण समझ नहीं आ रहा है।
डॉ. अनिल तंतवार, जिला टीकाकरण अधिकारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो