scriptइंटरनेशनल डिवाइस से ATM card clone बना यूपी का ये बंदा रातोरात बन गया लखपति, जानने के लिए पढ़े ये… | Interstate interstate gang arrested for cheating ATM card clone | Patrika News

इंटरनेशनल डिवाइस से ATM card clone बना यूपी का ये बंदा रातोरात बन गया लखपति, जानने के लिए पढ़े ये…

locationखंडवाPublished: Jan 21, 2020 01:34:22 pm

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dharmendra diwan

हैंडलूम सेल में पेमेंट के दौरान बनाते थे डुप्लीकेट एटीएम, फिर निकालते थे रुपए

एटीएम कार्ड क्लोन बना ठगी करने वाला अंतर्राज्यीय अंतर्राज्यीय गिरोह गिरफ्तार

खंडवा। एटीएम स्कीमर मशीन दिखाते एसपी शिवदयाल सिंह।

खंडवा. क्या आपने बाजार या सेल में खरीदी के बाद पेंमेट एटीएम डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड से स्वैप कर कर किया। जिसके बाद यदि कुछ माह से ऑटोमेटिक खाते से रुपए कट रहे है तो सावधान हो जाइए। क्योकिं ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह काम कर रहा है। जो इंटरनेशनल डिवाइस केे माध्यम से आपके क्रेडिट-डेबिट कार्ड का क्लोन बनाकर आपके खाते से रुपए निकाल रहा है। यह गिरोह कुछ ही समय में लखपति बन गया है। ऐसी ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह को खंडवा पुलिस ने पकड़ा हैं। ये बदमाश हैंडलूम सेल की आड़ में ठगी करते थे। इन्होंने एटीएम का क्लोन बनाकर अब तक करोड़ों रुपए जमा कर लिए।
एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह ने बताया कि लंबे समय से एटीएम से रुपए निकले जाने की शिकायत मिल रही थी। बारीकी से पड़ताल कि तो यूपी के रहने वाले आबिद अंसारी और भोपाल का कार्तिकेय इनका मास्टरमांइड निकला। इन्होंने अलग-अलग शहरों में हैंडलूम सेल लगाकर ग्राहकों से क्रेडिट, डेबिट कार्ड से पेमेंट का ऑफर करते। इस दौरान वे एटीएम कार्ड का क्लोन बना लेते। बाद में खाते से रुपए निकालते। इस गैंग ने 18 जुलाई से 8 अगस्त तक खंडवा के आनंदनगर स्थित आनंद परिसर में सेल लगाई। इसमें कई लोगों के एटीएम का क्लोन बना खाते से रुपए निकाले। पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन का रिमांड लिया है।
उज्जैन से पकड़कर लाए खंडवा, एक रात में ठगी के चार प्रकरण
सीएसपी ललित गठरे के नेतृत्व में खंडवा पद्मनगर थाने के पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, एसआई विकास खींची, आरक्षक अरविंद, राजेंद्र पांजरे, साइबल सेल के आरक्षक जितेंद्र राठौर कई दिन से इसकी पड़ताल कर रहे थे। उज्जैन के देवास रोड स्थित गार्डन में आरोपियों ने हैंडलूम सेल लगा रखी थी। यहां से पुलिस इन्हें खंडवा लेकर आई। मोघट थाने में रविवार रात को ठगी के चार मामले दर्ज किए। पूछताछ के बाद सोमवार को एसपी ने खुलासा किया। आरोपियों से दो लैपटॉप, दो एटीएम स्कीमर मशीन, पीओएस मशीन, फर्जी डेबिट, क्रेडिट कार्ड, 65 हजार रुपए नगद जब्त किए हैं। पुलिस ने खुलासे के समय ठगी के शिकार खंडवा के संजय चौरे, माला आर्या, बुरहानपुर की किरण बोदड़े सहित अन्य को भी बुलाया।

कार्ड नीचे गिराकर वारदात को अंजाम
हस्तशिल्प एवं हैंडलूम की सेल में सामान खरीदने आने वाले ग्राहकों को डेबिट, क्रे डिट कार्ड से पेमेंट करने का जोर देते। एटीएम कार्ड को स्कैन करते समय नीचे गिरा देते। नीचे छिपकर बैठा व्यक्ति एटीएम कार्ड को स्कीमर डिवाइस में स्कैन कर लेता। इस डिवाइस में एटीएम धारक के बैंक खाते की समस्त जानकारी उसमें एकत्रित हो जाती थी। इसके बाद उठाकर कार्ड को ऊपर देते और पीओएस मशीन में पासवर्ड डालते समय देख लेते थे। डिवाइस की मदद से खाते की सभी जानकारी डुप्लीकेट कार्ड में अपलोड करते। शहर से सेल खत्म होने के दो माह बाद डुप्लीकेट कार्ड से एटीएम मशीन से नगद 10 या 20 हजार रुपए निकालते। दो माह बाद इसलिए रुपए निकालते थे, ताकि ग्राहक को सेल में ऑनलाइन पेमेंट पर संदेह न हो।

गैंग का मास्टरमाइंड आबिद रातोंरात बना लखपति
गैंग में सात से अधिक आरोपी हैं। इसमें से दो आरोपी को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार कर लाई है। मास्टर माइंड आबिद अंसारी पिता अब्दुला अंसारी चोला रोड सैफीनगर भोपाल है, वहीं आबिद मूल रूप से बिजनौर यूपी का रहने वाला है। आबिद ने तीन साल पहले छोटे स्तर पर हैंडलूम सामानों की दुकान से काम शुरू किया। भोपाल आकर बस गया। दूसरे कार्तिकेय पिता पारितोष शर्मा निवासी नारियलखेड़ा भोपाल के साथ मिलकर हैंडलूम का शोरूम बड़े स्तर पर कई शहरों में लगाने लगा। इसके जरिए ये ठगी करते। मास्टर माइंड आबिद और उसके साथ रातोरात लखपति बन गए। करीब दो से तीन करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी बना ली। भोपाल में गौतमनगर थाना क्षेत्र में इनका हैंडलूम का बड़ा शोरूम, तीन मंजिला बिल्डिंग, सभी के पास प्लाट व महंगी चारपहिया गाडिय़ां है। आबिद का एक्सिस बैंक भोपाल ब्रांच में खाता है। एक्सिस बैंक की पीओएस मशीन भी है।

कई शहरों में सेल लगाकर की वारदात
गैंग ने मप्र के एक दर्जन शहरों में सिल्क एंड कॉटन उत्सव के नाम से हस्तशिल्प एवं हैंडलूम प्रदर्शनी सह विक्रय नाम से सेल लगाई है। खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, हरदा, होशंगाबाद, सिवनी सहित एक दर्जन से ज्यादा शहर है। जलगांव (महाराष्ट्र) सहित दूसरे राज्यों में भी सेल लगाकर लोगों के साथ ठगी की वारदात की। अभी 11 से 27 जनवरी तक उज्जैन में सेल चल रही थी।
शनिवार और रविवार का दिन चुनते थे
ये आरोपी सप्ताह में केवल दो दिन (शनिवार और रविवार) को वारदात करते थे। इसमें भी रात 10 से 1 बजे के बीच। यह समय इसलिए चुनते थे कि इस समय कई व्यक्ति सो जाते हैं या मोबाइल कम देखते हैं। अगले दिन ही लोगों का ध्यान मोबाइल के टेक्स्ट मैसेज पर जाता है।

विदेशी नागरिकों की हो रही पड़ताल
पुलिस ने इन आरोपियों के पास से दो लैपटॉप, एक्सिस बैंक की पीओएस मशीन, क्लोन एटीएम कार्ड, दो एटीएम स्कीमर मशीन व अन्य प्रोडेक्ट जब्त किए। आरोपियों से जब्त एटीएम स्कीमर मशीन व ब्लैंक कार्ड इंटरनेशनल हैं, जो भारत में नहीं मिलते। प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने ऑनलाइन मंगवाने और भारत में घूमने वाले कुछ विदेशी नागरिक नाइजीरिया और ईरान से खरीदना बताया है।

ठगी में सभी शातिर बदमाश, बैंककर्मी पर भी संदेहे
मास्टरमाइंड आबिद और कार्तिकेय की ऑनलाइन ठगी गैंग में सभी शातिर बदमाश हैं। ये पढ़े लिखे इंजीनियर, एमबीए किए हुए हंै। सॉफ्टवेयर खरीदकर स्वयं ऑपरेट करते थे। एटीएम स्कीमर डिवाइस भारत में उपलब्ध नहीं होती। विदेश से मंगवाते थे। इन्हें सहयोग करने वाले विदेशी नागरिक की भी पुलिस पड़ताल कर रही है। गैंग को विदेश से ही आइडिया आया।

पीडि़त बोले-एटीएम स्वैप करने से पहले सोचेंगे
ठगी के शिकार हुए पीडि़त बड़ाबम निवासी संजय चौरे, ज्ञानकुंज कॉलोनी निवासी माया आर्या सहित अन्य पीडि़तों को पुलिस ने कंट्रोल रूम बुलाया। पीडि़तों ने कहा कि अब कहीं भी एटीएम स्वैप करने से पहले दस बार सोचेंगे, उन्होंने कहा कि जब इतनी सुरक्षा के बाद एटीएम का क्लोन बना कर ठगी हो रही है तो एटीएम रखने के बारे भी सोचना पड़ेगा। एसपी से पीडि़त संजय ने कहा मेरे 30 हजार, माला आर्या ने कहा मेरे 20 हजार रुपए खाते से निकाले गए। बुरहानपुर से आई किरण बोदड़े ने कहा मेरा एटीएम क्लोन हुआ। शुक्र है कि खाते से रुपए निकालने से पहले आरोपी धरा गए।
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