सिंधिया के कांग्रेस से भाजपा में जाने के मुद्दे पर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव व कमलनाथ सरकार में मंत्री सचिन यादव अपनी भड़ास निकाल चुके हैं। ट्विटर से लेकर बयानबाजी तक में इन्होंने सिंधिया को जमकर घेरा है।
गांधी भवन में पुतला फूंकने के दौरान शहराध्यक्ष पंवार ने कहा कि सिंधिया को कांग्रेस पार्टी ने बहुत कुछ दिया लेकिन बदले में उन्होंने गद्दारी की। प्रदेशवासियों के साथ भी धोखा किया है। अब उनके साथ जो जाना चाह रहे हैं, वे जाएं लेकिन पहले आत्ममंथन भी करे। पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व से हमें जिस प्रकार के निर्देश मिलेंगे, उसके हिसाब से हम कार्रवाई करेंगे। पार्टी से दगा करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकते हैं। बता दें कि प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच हर कहीं सरकार के बने रहने, तख्तापलट होने या फिर मध्यावधि चुनाव की स्थिति बनने की चर्चाएं हैं। कांग्रेस की सरकार में निमाड़ की अहम भूमिका है, क्योंकि यहां से दो निर्दलीय सहित कुल 12 सीटों का सीधा साथ मिला। जबकि इन हालातों में निमाड़ में खंडवा जिले ने भाजपा को 4 में से 3 सीटें दी। ऐसे में तख्तापलट हुआ तो तस्वीर बदलेगी। राजनीतिक व प्रशासनिक नजरिए से तो बदलाव दिखेगा ही, साथ में मुद्दों पर भी प्राथमिकताएं बदलेंगी। इधर, विधायकों को लेकर चल रही जोड़तोड़ को लेकर खंडवा, पंधाना व हरसूद विधायकों को लेकर जहां भाजपा निश्चिंत है तो वहीं मांधाता विधायक को लेकर कांग्रेस का विश्वास कायम है।