अधिकारियों ने कहा कि रिएक्टर पैमाने पर भी ऐसी कोई फ्रीक्वेंसी दर्ज नहीं हुई है। प्रशासन ने इस घटना के बारे में ज्योग्राफिकल सर्वे आफ इंडिया के नागपुर कार्यालय को सूचित किया है। जल्दी ही नागपुर से जीएसआई के वैज्ञानिकों की टीम यहां दौरा करेगी उसके बाद ही इस भूगर्भीय हलचल का सही कारण पता चल सकेगा। खंडवा से लगभग 10 किलोमीटर दूर गोकुल गांव है। इस गांव में पिछले 3 दिनों से एक नियत क्षेत्र में जमीन के अंदर से गड़गड़ाहट की आवाज आ रही थी।
जमीन से निकल रहा कीचड़
कुछ स्थानों पर जमीन के अंदर से कीचड़ भी बाहर निकल रहा है। जमीन दलदली हो गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस को दी थी अफसरों ने भी मौका मुआयना करते हुए इसे सामान्य भूगर्भीय हलचल बताया लेकिन मंगलवार रात को यह गड़गड़ाहट इतनी जोर से हुई कि लोगों के घरों में रखे बर्तन जमीन पर गिर गए और कुछ कच्ची दीवारों में दरारें आ गई। आवाज इतनी तेज थी कि लोग भूकंप समझते हुए घरों से बाहर आ गए । घबराए हुए लोग आप अपने घरों के बजाय खुले मैदान में बैठे हुए हैं और रात काटने का इंतजार कर रहे हैं।
अधिकारियों ने किया मुआयना
खंडवा से पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों ने वह जगह भी बताई जहां से कीचड़ बाहर निकल रहा है। उस स्थान की जमीन दलदल जैसी हो गई। इस पूरे घटनाक्रम पर अनुविभागीय अधिकारी का कहना है कि यह भूगर्भीय हलचल है लेकिन भूकंप बिल्कुल नहीं है। रिक्टर पैमाने पर भी इस तरह का कोई रिकॉर्ड नहीं आया है। अनुविभागीय अधिकारी ने ग्रामीणों को समझाया कि नागपुर में ज्योग्राफिकल सर्वे आफ इंडिया के वैज्ञानिकों को सूचना दे दी गई है और जल्दी ही वह इस क्षेत्र का दौरा करने आएंगे। यह भी हलचल क्यों हो रही है और क्या इसका कारण है वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा ।
पहले भी हुआ है ऐसा
लगभग 8 से 10 साल पहले खंडवा के पंधाना ब्लॉक में कुछ गांव ऐसे थे, जहां पर लगातार इस तरह की भूगर्भीय हलचल और गड़गड़ाहट होती थी। तब भी वैज्ञानिकों की टीम ने यहां पर दौरा किया था। यही बात सामने आई थी कि इस क्षेत्र में जमीन के अंदर चुने की चट्टानें हैं। यह चट्टानें जब पानी से क्रिया करके पिघलती है तो गैसें इसी तरह की गड़गड़ाहट के रूप में बाहर निकलती है। इस गांव में जमीन के अंदर से इस तरह की गड़गड़ाहट पिछले तीन दिनों से आ रही थी लेकिन आज ज्यादा जोर से जमीन के अंदर से आवाज आई तो लोगों में घबराहट मच गई।
लगभग 8 से 10 साल पहले खंडवा के पंधाना ब्लॉक में कुछ गांव ऐसे थे, जहां पर लगातार इस तरह की भूगर्भीय हलचल और गड़गड़ाहट होती थी। तब भी वैज्ञानिकों की टीम ने यहां पर दौरा किया था। यही बात सामने आई थी कि इस क्षेत्र में जमीन के अंदर चुने की चट्टानें हैं। यह चट्टानें जब पानी से क्रिया करके पिघलती है तो गैसें इसी तरह की गड़गड़ाहट के रूप में बाहर निकलती है। इस गांव में जमीन के अंदर से इस तरह की गड़गड़ाहट पिछले तीन दिनों से आ रही थी लेकिन आज ज्यादा जोर से जमीन के अंदर से आवाज आई तो लोगों में घबराहट मच गई।