डॉक्टर्स ने भी शुरू किया पोस्टमार्टम
जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज का क्लीनिकल पाइंट बनाया गया है। जिला अस्पताल और मेडिकल के डॉक्टर्स पहले ही मिलकर काम शुरू कर चुके है। हालांकि रविवार तक मेडिकल कॉलेज के फारेंसिक विभाग ने जिला अस्पताल में काम शुरू नहीं किया था। सोमवार से फारेंसिक विभाग के डॉक्टर्स को भी पोस्टमार्टम की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। सप्ताह में तीन दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर्स और तीन दिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स पोस्टमार्टम करेंगे। अवकाश के दिन में इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर्स पर ये जिम्मेदारी रहेगी।
सितंबर अंत में नए भवन में ओपीडी
मेडिकल कॉलेज के क्लीनिकल पाइंट जिला अस्पताल का उन्नयन कार्य जारी है। मेडिकल कॉलेज के लिए जिला अस्पताल का नया भवन निर्माणाधीन है। इस भवन के नीचे की तीन मंजिलों का काम सितंबर माह में पूरा करके ठेकेदार कंपनी को देना है। जिसके बाद सितंबर के अंत तक यहां नीचे ओपीडी और ऊपर वार्ड की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। साथ ही नए भवन में एम्स के स्तर की ६ ओटी भी प्रस्तावित है। पिछले दिनों भोपाल में हुई बैठक में आधुनिक ऑपरेशन थियेटर का प्रस्ताव भी मेडिकल कॉलेज की ओर से रखा जा चुका है। इन ओटी में विश्व स्तरीय इक्यूपमेंट भी लगाए जाएंगे।