scriptधनतेरस पर पुष्यनक्षत्र, दो दिन खरीदी के शुभ मुहूर्त, सोना-चांदी में आएगा उछाल | khandwa Pushyakshakshtra on Dhanteras shubh muhurat puja time 2017 | Patrika News

धनतेरस पर पुष्यनक्षत्र, दो दिन खरीदी के शुभ मुहूर्त, सोना-चांदी में आएगा उछाल

locationखंडवाPublished: Oct 11, 2017 04:56:21 pm

त्रिगृही योग में खिल उठेगा बाजार, चमकेगा सोना तो चांदी भी दमकेगी, दीपावली 19 अक्टूबर हस्त, चित्रा नक्षत्र में मनेगी, १३-१४ को पुष्यनक्षत्र

khandwa Pushyakshakshtra on Dhanteras shubh muhurat puja time 2017

khandwa Pushyakshakshtra on Dhanteras shubh muhurat puja time 2017

खंडवा. दीपावली पर त्रिगृही योग बना रहा है। सूर्य, बुध, गुरु एक साथ तुला राशि में गोचर करेंगे। साथ ही बुधादित्य योग से त्रिगृही योग बन रहा है। जिससे मिलेगा ऐश्वर्य, वैभव, बढ़ेगा, धन-धान्य के साथ मान सम्मान में वृद्धि होगी। वहीं १३ से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होकर 1४ अक्टूबर तक रहेगा। यानी पुष्यनक्षत्र दो दिन रहेगा। बाजार भी चमक उठेगा।
पंडित अंकित मार्केंडेय के मुताबिक 13 अक्टूबर को सुबह 10.50 से १4 अक्टूबर 9.25 तक रहेगा। 13 अक्टूबर को पुष्य पुख नक्षत्र सर्वार्थ सिध्दि योग में खरीदारी से मिलेगा लाभ। इसी दिन से मंगल कन्या राशि में वहीं बुध तुला राशि में गोचर करेंगे। जिससे पूरे दो दिन तक खरीदी से बाजार में धन बरसेगा।

सोना-चांदी, वाहन व नया बिजनेस शुरू करें
ज्योतिष के मुताबिक सोना, चांदी, वाहन, बर्तन, वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, प्रॉपटी, खरीदारी करें। वहीं युवाओं के लिए नया बिजनेस खोलने के शुभ अवसर है। 17 तारिख को सूर्य का राशी परिवर्तन, कर सूर्य तुला राशि में गोचर करेगा। इस समय गुरु भी तुला राशि में स्थित है।

ये तिथियां भी महत्वपूर्ण
– 17 को धन तेरस, प्रदोष व्रत होगा।
– 18 सर्वार्थ सिद्धि योग, रूप चतुर्दशी छोटी दीपावली मनेगी।
– 19 बड़ी दीपावली, स्नान, दान अमावस्या, चन्द्रमा का तुला राशि में गोचर।
– 20 गोवर्धन पूजन किया जाएगा।
– 21 सर्वार्थ सिद्धि, त्रिपुष्कर योग में भाई दूज मनाई जाएगी।

ये काम जरुर करें पुष्य नक्षत्र में
पुष्य नक्षत्र के दिन नए बही-खाते और पेन आदि खरीदकर व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखने चाहिए। इस दिन आप सोने-चांदी के आभूषण खरीदे लाभ होगा।
घर में नहीं होगी पैसों की कमी
पुष्य नक्षत्र पर एकाक्षी नारियल का पूजन करने से घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं रहती है। इस नारियल में ऊपर की ओर एक आंख के जैसे निशान होता है इसलिए इसे एकाक्षी नारियल कहा जाता है। इसे साक्षात देवी मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। अगर रवि पुष्य नक्षत्र के दिन एकाक्षी नारियल की विधि-विधान से पूजा की जाए तो घर में धन और वैभव बना रहता है।

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