शहर में रंगपंचमी के मौके पर मंगलवार को राधाकृष्ण फाग यात्रा निकली। नगर निगम कार्यालय से बॉम्बे बाजार तक रंगों बौछार की इस यात्रा का आयोजक इस वर्ष विधायक मित्र मंडल नहीं बल्कि भाजपा परिवार है।
फाग यात्रा के ये आकर्षण
– आदिवासी संस्कृति की झलक, ढोल-मांदल की थाप पर विविध वेशभूषाओं में युवक झूमते गाते दिखे।
– डीजे साउंड के साथ इंदौर की आर्केस्ट्रा पार्टी के साथ महाराष्ट्र की लेजिम पार्टी भी शामिल हुई।
– 25 क्विंटल अलग-अलग रंगों का गुलाल उड़ाया जा रहा है, उज्जैन की तोप से रंगों की बरसात हो रही है।
– आदिवासी संस्कृति की झलक, ढोल-मांदल की थाप पर विविध वेशभूषाओं में युवक झूमते गाते दिखे।
– डीजे साउंड के साथ इंदौर की आर्केस्ट्रा पार्टी के साथ महाराष्ट्र की लेजिम पार्टी भी शामिल हुई।
– 25 क्विंटल अलग-अलग रंगों का गुलाल उड़ाया जा रहा है, उज्जैन की तोप से रंगों की बरसात हो रही है।
इस साल बदलाव की बयार
गुटबाजी के चलते खेमों में बंटी भाजपा पार्टी के लिए यात्रा साख का सवाल बन गई। फाग यात्रा सुबह 11 बजे नगर निगम प्रागंण से निकली जो टाउन हाल, घंटाघर, बॉम्बे बाजार में चल रही है। केवलराम पेट्रोल पंप पर समाप्त होगी। बता दें कि पहली बार पार्टी जिलाध्यक्ष को इस यात्रा की कमान सौंपी गई है।
गुटबाजी के चलते खेमों में बंटी भाजपा पार्टी के लिए यात्रा साख का सवाल बन गई। फाग यात्रा सुबह 11 बजे नगर निगम प्रागंण से निकली जो टाउन हाल, घंटाघर, बॉम्बे बाजार में चल रही है। केवलराम पेट्रोल पंप पर समाप्त होगी। बता दें कि पहली बार पार्टी जिलाध्यक्ष को इस यात्रा की कमान सौंपी गई है।
प्रचार वाहनों के बैनर पर रूट अलग
फाग यात्रा से जुड़े प्रचार वाहनों पर यात्रा का रूट अलग-अलग लिखा होने से लोगों में गफलत की स्थिति रही। लोगों के लिए ये चर्चा का विषय भी बना रहा।
रंगपंचमी के रंग में रंगा नजर आया शहर
निमाड़ में धुलेंडी से भी ज्यादा महत्व रंगपंचमी का है। शहर में ऐसा ही उल्लास देखने को भी मिला। हर कोई रंगपंचमी के रंग में रंगा नजर आया। कॉलोनियों, मोहल्लों में भी लोग एक-दूजे को स्नेह के रंगों में रंगते नजर आए। नगर निगम कार्यालय से बांबे बाजार तक रंगों की बौछार, बड़ी संख्या में युवा एवं नगरजन शामिल होकर रंगपंचमी का यह रंगों का त्यौहार उल्लास के साथ झूमते हुए मना रहे हैं। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भारतीय संस्कृति को प्रासंगत करते हुए शहर में रंगों का पर्व रंगपंचमी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। होली का पर्व सामाजिक समरसता की मिसाल है और उत्साह व उमंग के साथ एक दूसरे को रंग लगाकर आत्मीयता दर्शाता है।