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पढ़ें आखिर क्यों चुनाव से पहले ये 50 इवीएम कर दी स्ट्रांग रूम में सील

locationखंडवाPublished: Mar 13, 2019 01:04:15 pm

विधानसभा चुनाव में हुआ था इनका उपयोग

Lok Sabha Elections-2019

Lok Sabha Elections-2019

खंडवा. विधानसभा चुनाव-2018 में हुई गड़बडिय़ों को लेकर लगी याचिका पर आए हाईकोर्ट के आदेशों के बाद खंडवा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर उपयोग की गईं इवीएम व वीवीपैट में से करीब 50 मशीनों को अब लोकसभा चुनाव में उपयोग में नहीं लिया जाएगा। इन्हें एक स्ट्रांग रूम से निकालकर दूसरे स्ट्रांग रूम में रख दिया गया था, तथा इसे सील कर दिया गया है।
खंडवा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे कुंदन मालवीय ने ये याचिका हाईकोर्ट में लगाई थी। जिस पर दो सुनवाई हो चुकी है और उसके बाद आए हाईकोर्ट के आदेशों के तहत मंगलवार दोपहर बाद डाइट स्थित स्ट्रांग रूम पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विशेष गढ़पाले, उप जिला निर्वाचन अधिकारी डीके नागेंद्र सहित अन्य ने विधायक देवेंद्र वर्मा, कुंदन मालवीय सहित पार्टियों के अन्य प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ये कार्रवाई की। बता दें कि इवीएम के जिन्न ने नवंबर और दिसंबर-2018 में जिला प्रशासन के लिए परेशानियां खड़ी की थीं। पूरे प्रदेश में खंडवा के चुनाव प्रबंधन पर सवाल उठे थे।
इस मामले में कुंदन मालवीय का कहना है कि विधानसभा चुनाव-2018 में हमने पाया कि चुनाव में विधिवत प्रक्रिया का पालन निर्वाचन अधिकारी द्वारा नहीं किया गया। कई त्रुुटियां थीं, जिन्हें हम संज्ञान में लाए थे, उम्मीद थी कि यहां से निराकरण होगा लेकिन नहीं हुआ तो हाईकोर्ट जाना पड़ा।

याचिका में ये है मुद्दा
याचिका में कहा गया है, मतदान अभिकर्ताओं को कई मतदान केंद्रों पर या तो फॉर्म-17सी दिए ही नहीं गए, या दिए तो उनमें मशीनों के नंबर नहीं थे। कई फॉर्म में जानकारी नहीं होना संदेहास्पद है। करीब सौ जगह ऐसा हुआ है।

वीडियोग्राफी कराई
मशीनों को एक स्ट्रांग रूम से निकालकर दूसरे स्ट्रांग रूम में रखने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई है। इस दौरान प्रत्याशियों सहित पार्टियों के अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे।
खंडवा विधानसभा में एक निर्वाचन याचिका लगी थी, जिस पर उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है जिन पोलिंग बूथों की मशीन को लेकर के निर्वाचन याचिका में आपत्ति ली गई है, उनको सुरक्षित रखा जाए, तथा जिन पर आपत्ति नहीं ली गई है, उनका उपयोग लोकसभा निर्वाचन में किया जाए। प्रत्याशियों व राजनीतिक दलों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोला है और उच्च न्यायालय के निर्देश के परिपालन में उन मशीन्स को स्ट्रांग रूम में सील किया है।
विशेष गढ़पाले, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी

हमने जिन बिंदुओं पर उच्च न्यायालय से इस चुनाव को निरस्त करने की मांग की है और हमने अपने-आप को यहां पर निर्वाचित घोषित करने की मांग की है, उसमें कई बिंदु हैं। एक बिंदु ये फॉर्म 17सी महत्वपूर्ण था। उच्च न्यायालय ने निर्देश दिए हैं जिला निर्वाचन अधिकारी को वे तमाम मशीनें जिनके नंबर व फॉर्म 17सी में त्रुटि है, उन इवीएम व वीवीपैट को सीज किया जाए और लोकसभा चुनाव में इनका इस्तेमाल न हो।
कुंदन मालवीय, कांग्रेस प्रत्याशी, विधानसभा चुनाव-2018
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