हमारे जिले में टूरिस्ट स्थान हनुवंतिया, पुनासा डैम, सिंगाजी, ओंकारेश्वर है। देश में जिले की पहचाना चाहे, इसके लिए सांसद को इन स्थानों को विकसित कराना चाहिए। जिससे सैलानी देखने आए। सैलानियों की संख्या बढ़ेगी तो सरकार के राजस्व के साथ क्षेत्र के लोगों को भी कई प्रकार का रोजगार भी मिलेंगे।
लक्ष्मी राठौर, गृहिणी
एजुकेशन भी जिले के लिए जरूरी है। निजी दो इंजीनियरिंग कॉलेज है। सक्षम परिवार के बच्चे तो प्रवेश ले लेते है। लेकिन गरीब परिवार के बच्चे प्रवेश नहीं ले पाते। लेकिन अभाव में उनकी प्रतिभा को मौका नहीं मिल पाता है। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज खुलना चाहिए। ताकि सभी को मौका मिल पा सकें।
सुरभि राठौर, युवा मतदाता
गृहिणी होने के नाते मेरा अहम मुद्दा जल का है। जल सभी की जरूरत है। लाखों रुपए खर्च कर नर्मदा जलयोजना आई। फिर भी पानी की समस्या कम होने के बजाय बढ़ी है। पूरा शहर जलसंकट की स्थिति से पीडि़त है। वर्तमान में हम लोगों को पानी के लिए सुबह से लेकर शाम तक इधर-उधर घूमना पड़ता है।
मीनाक्षी, गृहिणी
लोकसभा चुनाव में खंडवा-इंदौर को फोरलेन बनाने का मुद्दा मुख्य होना चाहिए है। फोरलेन नहीं होने से रोजाना एक-दो हादसे होते है। जिसमें मौत भी हो रही। बार-बार जाम की स्थिति भी बनती है। जाम में एंबुलेंस फंसने से मरीज को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फोरलेन निर्माण सांसद की अहम जिम्मेदारी हो।
अरुणा राठौर, गृहिणी
खंडवा संसदीय सीट पर भाजपा से नंदकुमार सिंह चौहान व कांग्रेस से अरुण यादव एक बार सांसद, केंद्रीय मंत्री भी रहे। दोनों प्रदेशाध्यक्ष भी रहे है। फिर भी खंडवा रेलवे स्टेशन होने के बावजूद यहां ट्रेनों की कमी है। न खंडवा-भोपाल के बीच लोकल और इंटरसिटी शुरू हो पाई और न हरिद्वार एक्सप्रेस का स्टॉपेज मिल पाया है।
अर्चना सारंग, गृहिणी
तीन पुलिया से सारा शहर परेशान होता है। तीन पुलिया के पास फ्लाइओवर बनाने की बात हर साल हर चुनाव के समय कहीं जाती। फ्लाइओवर के साथ ही शहर का विकास भी थमा पड़ा है। इस बार भी चुनाव में फ्लाइओवर मुद्दा बना हुआ है। कई बार ब्रिज पर जाम होने से तीन पुलिया के रास्ते भारी वाहनों की आवाजाही रहती है।
कोमल अरोरा, गृहिणी