प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया दोपहर ३:३० बजे अचानक एक कुत्तों लोगों पर हमला करने लगा। इस दौरान उसने कासिम पिता हमीद (८) निवासी दुबे कॉलोनी, खलील पिता इस्माइल (१२) और आवेश पिता शहीद (११) दोनों निवासी पड़ावा को अपना शिकार बनाया। पागल कुत्ते का उत्पात देख लोगों ने छतों से पत्थर मारकर उसे भगाने की कोशिश की। इधर, सभी जख्मी लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
खालवा में 18 माह की बच्ची को कुत्ते ने काटा
इधर, आदिवासी ब्लाक के ग्राम नादिया में १८ माह की मासूम बच्ची को कुत्ते ने नोंच लिया। दोपहर को भावना पिता शांतिलाल निवासी नादिया (खालवा) घर के बाहर खेल रही थी। तभी कुत्ते ने हमला कर लिया। परिजन ने बच्ची को रोते देखा तो मौके पर पहुंचे और भावना को अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा जसवाड़ी निवासी हरीश पिता अरुण सिंह (५३) को भी कुत्ते काट लिया।
इधर, आदिवासी ब्लाक के ग्राम नादिया में १८ माह की मासूम बच्ची को कुत्ते ने नोंच लिया। दोपहर को भावना पिता शांतिलाल निवासी नादिया (खालवा) घर के बाहर खेल रही थी। तभी कुत्ते ने हमला कर लिया। परिजन ने बच्ची को रोते देखा तो मौके पर पहुंचे और भावना को अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा जसवाड़ी निवासी हरीश पिता अरुण सिंह (५३) को भी कुत्ते काट लिया।
केंद्रों पर नहीं एंटी रेबीज इंजेक्शन, खंडवा आने को मजबूर
जिले के ज्यादातर स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। इस कारण कुत्ता काटने पर जख्मी मरीज जिला अस्पताल आकर इंजेक्शन लगवा रहे हैं। स्थिति यह है कि पंधाना, छैगांवमाखन, पिपलौद, मूंदी सहित खालवा ब्लाक में कुत्ते के काटने के बाद मरीजों को इलाज के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। इलाज कराने मजबूरन ३०-८० किमी दूर खंडवा आना पड़ता है। इधर, स्वास्थ्यकर्मियों की मानें तो कुछ स्वास्थ्य केंद्रों पर इंजेक्शन उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को लगाए नहीं जाते है।
जिले के ज्यादातर स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। इस कारण कुत्ता काटने पर जख्मी मरीज जिला अस्पताल आकर इंजेक्शन लगवा रहे हैं। स्थिति यह है कि पंधाना, छैगांवमाखन, पिपलौद, मूंदी सहित खालवा ब्लाक में कुत्ते के काटने के बाद मरीजों को इलाज के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। इलाज कराने मजबूरन ३०-८० किमी दूर खंडवा आना पड़ता है। इधर, स्वास्थ्यकर्मियों की मानें तो कुछ स्वास्थ्य केंद्रों पर इंजेक्शन उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को लगाए नहीं जाते है।