पाइप लाइन से टुल्लू पंप लगाकर खींच रहे पानी
रिपोर्ट के मुताबिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मुख्यालय महज 37-38 एमएलडी पानी पहुंच रहा है। शेष 4-5 एमएलडी पानी रास्ते में गायब हो रहा है। पाइप लाइन को कई जगहों पर तोडक़र टुल्लूू पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है। जूनापानी के पास नाले में एक दर्जन से अधिक टूल्लू लगाए गए हैं। नाले में पाइप लाइन में छेदकर एक से दो इंच की पाइप लगाकर पानी खींचा जा रहा है। टोल टैक्स के पास नर्मदा जल प्रदाय की पाइप लाइन के पास गड्ढा खोद दिया है। जिसमें ईंट भ_ा का संचालक तीन दो से तीन इंच की मोटी पाइप लगाकर पाइप लाइन से पानी निकाल रहे हैं। इसी तरह जूनापानी, पॉवर ग्रिड के पास नाला समेत खेड़ी, अमलपुरा, बचूड़ी, रूढी, सक्तपुरा आदि जगहों पर पाइप लाइन में छेदकर पानी निकाला जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मुख्यालय महज 37-38 एमएलडी पानी पहुंच रहा है। शेष 4-5 एमएलडी पानी रास्ते में गायब हो रहा है। पाइप लाइन को कई जगहों पर तोडक़र टुल्लूू पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है। जूनापानी के पास नाले में एक दर्जन से अधिक टूल्लू लगाए गए हैं। नाले में पाइप लाइन में छेदकर एक से दो इंच की पाइप लगाकर पानी खींचा जा रहा है। टोल टैक्स के पास नर्मदा जल प्रदाय की पाइप लाइन के पास गड्ढा खोद दिया है। जिसमें ईंट भ_ा का संचालक तीन दो से तीन इंच की मोटी पाइप लगाकर पाइप लाइन से पानी निकाल रहे हैं। इसी तरह जूनापानी, पॉवर ग्रिड के पास नाला समेत खेड़ी, अमलपुरा, बचूड़ी, रूढी, सक्तपुरा आदि जगहों पर पाइप लाइन में छेदकर पानी निकाला जा रहा है।
ऐसे समझें जलापूर्ति की गणित
नर्मदा जल प्रदाय से निगम प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 135 लीटर के हिसाब से जलापूर्ति कर रहा। इस औसत से शहर की 2.50 लाख आबादी को 33 एमएलडी (3 करोड़ 88 लीटर ) पानी की जरूरत पड़ती है। अकेले नर्मदा जल प्रदाय प्रतिदिन 38- 39 एमएलडी जलापूर्ति का दावा है। इसके अलावा सुक्ता योजना से प्रतिदिन 3-4 एमएलडी। इतना ही नहीं निजी ट््यूवेल आदि स्रोत से 2 एमएलडी। कुल मिलाकर शहर में 45 एमएलडी से अधिक जलापूर्ति हो रही है। इसके अलावा 9 टैंकर अलग से लगाए गए हैं। इस हिसाब से जरूरत 33 एमएलडी की बजाए 44-45 एमएलडी जलापूर्ति हो रहा है।
नर्मदा जल प्रदाय से निगम प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 135 लीटर के हिसाब से जलापूर्ति कर रहा। इस औसत से शहर की 2.50 लाख आबादी को 33 एमएलडी (3 करोड़ 88 लीटर ) पानी की जरूरत पड़ती है। अकेले नर्मदा जल प्रदाय प्रतिदिन 38- 39 एमएलडी जलापूर्ति का दावा है। इसके अलावा सुक्ता योजना से प्रतिदिन 3-4 एमएलडी। इतना ही नहीं निजी ट््यूवेल आदि स्रोत से 2 एमएलडी। कुल मिलाकर शहर में 45 एमएलडी से अधिक जलापूर्ति हो रही है। इसके अलावा 9 टैंकर अलग से लगाए गए हैं। इस हिसाब से जरूरत 33 एमएलडी की बजाए 44-45 एमएलडी जलापूर्ति हो रहा है।
मेंटीनेंस पर लाखो खर्च कर रहा निगम
शहर में जलापूर्ति के मेंटनेंस पर निगम लाखों रुपए खर्च कर रहा है। फिर भी कागज पर जरूरत से अधिक खर्च हो रहा पानी कहां जा रहा है। इसके बाद भी जलापूर्ति के लिए 9 टैँकर लगाए गए हैं। प्रतिदिन औसत सभी टैंकर संतरैदास समेत अन्य मोहल्लों में 80 से 100 राउंड लगा रहे हैं। निगम के कागजी आंकड़े लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
शहर में जलापूर्ति के मेंटनेंस पर निगम लाखों रुपए खर्च कर रहा है। फिर भी कागज पर जरूरत से अधिक खर्च हो रहा पानी कहां जा रहा है। इसके बाद भी जलापूर्ति के लिए 9 टैँकर लगाए गए हैं। प्रतिदिन औसत सभी टैंकर संतरैदास समेत अन्य मोहल्लों में 80 से 100 राउंड लगा रहे हैं। निगम के कागजी आंकड़े लोगों के गले नहीं उतर रहा है।
लीकेज का मेंटीनेंस में छूट रहा पसीना
नर्मदा जल प्रदाय योजना की कंपनी लीकेज की सूचना के बाद भी मेंटीनेंस नहीं कर पा रही है। आए दिन लीकेज के चलते पाइप लाइन फूट रही है। जिससे जलापूर्ति बाधित होती है। एक जगह पाइप लाइन टूटने पर पूरे 50 किमी पाइप लाइन का पानी निकालने के बाद ही रिपेयर हो पाता है।
नर्मदा जल प्रदाय योजना की कंपनी लीकेज की सूचना के बाद भी मेंटीनेंस नहीं कर पा रही है। आए दिन लीकेज के चलते पाइप लाइन फूट रही है। जिससे जलापूर्ति बाधित होती है। एक जगह पाइप लाइन टूटने पर पूरे 50 किमी पाइप लाइन का पानी निकालने के बाद ही रिपेयर हो पाता है।
क्या कहते जिम्मेदार
वर्जन...
सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाती है। पेट्रोलिंग कराएंगे। इसके लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। मामले में कलेक्टर साहब ने भी कोटवार, रेवन्यू और संबंधित क्षेत्र के पुलिस को मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए टीम गठित करेंगे।
अंतर सिंह तवंर, कार्य पालन यंत्री
वर्जन...
सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाती है। पेट्रोलिंग कराएंगे। इसके लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। मामले में कलेक्टर साहब ने भी कोटवार, रेवन्यू और संबंधित क्षेत्र के पुलिस को मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए टीम गठित करेंगे।
अंतर सिंह तवंर, कार्य पालन यंत्री
वर्जन...
पाइप लाइन में लीकेज की मॉनीटरिंग की जा रही है। कई बार रात में पाइप लाइन में छेद कर दिया जाता है। पानी निकालने की सूचना नगर निगम को दी गई है। इसके लिए पत्र भी लिखा गया है। मॉनीटरिंग के लिए प्रतिदिन टीम जाती है।
देवेन्द्र सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, नर्मदा जल प्रदाय योजना
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पाइप लाइन में लीकेज की मॉनीटरिंग की जा रही है। कई बार रात में पाइप लाइन में छेद कर दिया जाता है। पानी निकालने की सूचना नगर निगम को दी गई है। इसके लिए पत्र भी लिखा गया है। मॉनीटरिंग के लिए प्रतिदिन टीम जाती है।
देवेन्द्र सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, नर्मदा जल प्रदाय योजना
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