थाई बॉक्सिंग का हुनर सीखने के लिए जिद कर ली बेटी अक्षरा पिता से प्रेरित होकर थाई बॉक्सिंग का हुनर सीखने के लिए जिद कर ली। फिर क्या पढ़ाई के साथ-साथ अक्षरा थाई बॉक्सि सीखने लगी। कक्षा 7वीं की पढ़ाई के दौरान अक्षरा ने देश के विभिन्न प्रांतों में आयोजित प्रतियोगिताओं में अब तक 9 गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। जिसमें एक नेशनल स्तर का गोल्ड मेडल है।
बेटी की उपलब्धी को लेकर बेहद खुश मां मां संजीवनी बेटी की इस उपलब्धी को लेकर बेहद खुश हैं। मां ने संजीवनी ने पत्रिका को बताय कि वह चाहती हैं कि बेटी खंडवा के साथ-साथ मध्य प्रदेश और देश का नाम रोशन करे। मां ने बताया कि बेटी का चयन दुबई में 9, 10 और 11 जून को होने वाली प्रतियोगिता में हुआ है। जिससे उनका खुशी का कोई ठिकाना नहीं है।
प्रतिभाओं आगे बढ़ाने आगे आना चाहिए
मां बेटी को दुबाई जाने के लिए आर्थिक सहयोग के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बेटी को दुबई जाने के लिए रेडक्रॉस से पांच हजार रुपए की आर्थिक मदद की है। मां ने विधायक से भी चर्चा की है। इसी तरह मां चाहती हैं कि प्रतिभा के लिए पैसे आड़े हाथ नहीं आना चाहिए। ऐसी प्रतिभागों को आगे बढ़ाने के लिए हर किसी को आगे आना चाहिए।
अक्षरा समेत तीन खिलाड़ी जाएंगे दुबई
खंडवा के सैनी स्पोर्ट के कोच संदीप सैनी ने बताया कि थाई बॉक्सिंग में मध्य प्रदेश समेत पूरे भारत में 12 वर्षीया अक्षरा सबसे कम उम्र की खिलाड़ी है। सैनी ने बताया कि अक्षरा के साथ ही 15 वर्षीय रूद्राक्ष और 17 वर्षीया अनुष्का जोशी का चयन दुबई के लिए हुआ है। दुबई में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता सारजहां में आयोजित की जा रही है। सात जून को तीनों बच्चे दुबाई के लिए रवाना होंगे।
क्या है थाई बाक्सिंग
थाई बाक्सिंग मुक्केबाजी की तरह ही है। लेकिन, इसमें आठ तरह के हुनर होते हैं। थाई बाक्सिंग में अपनी सुरक्षा के लिए हाथ, पैर, कोहनी, घुटने समेत आठ अंगों का उपयोग करते हैं।
प्रतिभाओं आगे बढ़ाने आगे आना चाहिए
मां बेटी को दुबाई जाने के लिए आर्थिक सहयोग के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई है। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने बेटी को दुबई जाने के लिए रेडक्रॉस से पांच हजार रुपए की आर्थिक मदद की है। मां ने विधायक से भी चर्चा की है। इसी तरह मां चाहती हैं कि प्रतिभा के लिए पैसे आड़े हाथ नहीं आना चाहिए। ऐसी प्रतिभागों को आगे बढ़ाने के लिए हर किसी को आगे आना चाहिए।
अक्षरा समेत तीन खिलाड़ी जाएंगे दुबई
खंडवा के सैनी स्पोर्ट के कोच संदीप सैनी ने बताया कि थाई बॉक्सिंग में मध्य प्रदेश समेत पूरे भारत में 12 वर्षीया अक्षरा सबसे कम उम्र की खिलाड़ी है। सैनी ने बताया कि अक्षरा के साथ ही 15 वर्षीय रूद्राक्ष और 17 वर्षीया अनुष्का जोशी का चयन दुबई के लिए हुआ है। दुबई में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता सारजहां में आयोजित की जा रही है। सात जून को तीनों बच्चे दुबाई के लिए रवाना होंगे।
क्या है थाई बाक्सिंग
थाई बाक्सिंग मुक्केबाजी की तरह ही है। लेकिन, इसमें आठ तरह के हुनर होते हैं। थाई बाक्सिंग में अपनी सुरक्षा के लिए हाथ, पैर, कोहनी, घुटने समेत आठ अंगों का उपयोग करते हैं।