शहर के श्री नीलकंठेश्वर स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एसएन कॉलेज) में प्रतिमा आ गई है। खास बात ये है कि किशोर कुमार के स्मारक का काम करने वाले आर्किटेक्ट से ही ये प्रतिमा बनवाई गई है। एसएन कॉलेज में ये प्रतिमा बनकर आ गई है। मुख्य गेट से आगे बढ़ते हुए वाणिज्य संकाय के लिए बनाए जाने वाले ऑनलाइन प्रवेश सहायता केंद्र के प्लेटफॉर्म पर गांधी स्तंभ तैयार कराया जा रहा है। प्राचार्य मुकेश जैन ने कहा कि हम 26 से पहले प्रतिमा तैयार करा लेंगे। उधर, जीडीसी में ध्वजारोहण वाले स्थान पर स्तंभ तैयार कराया जा रहा है। प्राचार्य गीताली सेनगुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि प्रदेश के सभी सरकारी व निजी कॉलेजों में गांधी स्तंभ हो। ये काम जनभागीदारी मद से हो रहा है।
भेजा गांधी स्तंभ का आकार-प्रकार
उच्च शिक्षा विभाग ने गांधी स्तंभ के निर्माण में एकरूपता बनाए रखने के लिए आकार-प्रकार भेजा है। इसमें कहा है कि स्तंभ का आकार चौकोर होगा, लंबाई 2.5 फीट, चौड़ाई 2.5 फीट, ऊंचाई 4 फीट होगी, इसके ऊपर गांधीजी की प्रतिमा रहेगी। स्तंभ का चबूतरा 10 बाय 10 फीट होगा।
उच्च शिक्षा विभाग ने गांधी स्तंभ के निर्माण में एकरूपता बनाए रखने के लिए आकार-प्रकार भेजा है। इसमें कहा है कि स्तंभ का आकार चौकोर होगा, लंबाई 2.5 फीट, चौड़ाई 2.5 फीट, ऊंचाई 4 फीट होगी, इसके ऊपर गांधीजी की प्रतिमा रहेगी। स्तंभ का चबूतरा 10 बाय 10 फीट होगा।
स्तंभ के चार तरफ ये होगा
सामने- गांधी स्तंभ का संकल्प
पीछे- मप्र में महात्मा गांधी
बायां भाग- महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन
दाया भाग- महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन ये निर्देश भी दिए
चबूतरे के चारों ओर दो फीट चौड़ाई के आकार की क्यारी पुष्प वृक्षों द्वारा सुसज्जित किया जाना है।
गांधी स्तंभ का संकल्प, मप्र में गांधीजी व महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन की रूपरेखा भी दी गई है।
इन्हें ब्लैक ग्रेनाइट पर गोल्डन रंग द्वारा लिपिबद्ध किया जाना है, इसका नमूना भी उच्च शिक्षा विभाग ने भेजा है।
सामने- गांधी स्तंभ का संकल्प
पीछे- मप्र में महात्मा गांधी
बायां भाग- महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन
दाया भाग- महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन ये निर्देश भी दिए
चबूतरे के चारों ओर दो फीट चौड़ाई के आकार की क्यारी पुष्प वृक्षों द्वारा सुसज्जित किया जाना है।
गांधी स्तंभ का संकल्प, मप्र में गांधीजी व महात्मा गांधी के प्रमुख आंदोलन की रूपरेखा भी दी गई है।
इन्हें ब्लैक ग्रेनाइट पर गोल्डन रंग द्वारा लिपिबद्ध किया जाना है, इसका नमूना भी उच्च शिक्षा विभाग ने भेजा है।