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पांच साल में कई सरपंच हो गए चुनाव लडऩे के लिए अपात्र

locationखंडवाPublished: Feb 24, 2020 12:28:00 pm

-भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते धारा 40 में गिरी कईयों पर गाज-जिला पंचायत ने अपात्र सरपंचों की सूची की तैयार, भेजेंगे निर्वाचन आयोग को-इस साल पंचायत चुनाव में उम्मीदवारी नहीं जता पाएंगे अपात्र सरपंच

पांच साल में कई सरपंच हो गए चुनाव लडऩे के लिए अपात्र

-भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते धारा 40 में गिरी कईयों पर गाज-जिला पंचायत ने अपात्र सरपंचों की सूची की तैयार, भेजेंगे निर्वाचन आयोग को-इस साल पंचायत चुनाव में उम्मीदवारी नहीं जता पाएंगे अपात्र सरपंच

खंडवा. जिला पंचायत, जनपद पंचायत व ग्राम पंचायतों का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर अभी से तैयारियां भी शुरू हो गई है। वहीं, इस साल होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए कई सरपंच अपात्र भी घोषित किए जा चुके है। जिले के कुल 10 सरपंचों पर धारा 40 के तहत पद से पृथक कर अपात्र घोषित कर चुनाव लडऩे के लिए अयोग्य घोषित किए जा चुके है। जिसके चलते नियमानुसार इस साल होने वाले त्रिस्तरीय चुनाव में ये 10 सरपंच अभ्यर्थी के रूप में शामिल नहीं हो पाएंगे। जिला पंचायत द्वारा इन सरपंचों की जानकारी चुनाव के पूर्व निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी।
जिले की कुल 422 ग्राम पंचायतों में से 10 ग्राम पंचायतों के सरपंचों पर सक्षम न्यायालय सीईओ जिला पंचायत द्वारा धारा 40 के तहत कार्रवाई की गई है। जिसमें से सात सरपंचों पर भ्रष्टाचार के चलते पद से पृथक किया गया है। जिला पंचायत सीईओ न्यायालय में सुनवाई के बाद इन सरपंचों को पद से पृथक कर आगामी छह साल के लिए चुनाव लडऩे के अयोग्य घोषित किया गया है। इन सभी सात सरपंचों पर पंचायत कार्यों में आई शासकीय राशि का दुरूपयोग करने के आरोप लगे थे। जिसकी जांच में सत्यता पाए जाने पर कार्रवाई हुई है। इन सात सरपंचों से कुल 34 लाख 18 हजार 500 रुपए की वसूली भी की जानी है। वहीं, करीब 13 सरपंचों पर कार्रवाई भी प्रस्तावित है। जिनके प्रकरण सक्षम न्यायालय सीईओ जिला पंचायत में चल रहे है। न्यायालय का फैसला आने पर अपात्र सरपंचों की संख्या आने वाले दिनों में बढ़ सकती है।
दो पर पुलिस केस के चलते हुई कार्रवाई
वहीं, दो सरपंचों पर पुलिस और लोकायुक्त प्रकरण के चलते धारा 40 की कार्रवाई हुई है। इसमें खंडवा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत सिहाड़ा के सरपंच मुकेश पाल को 2018 में हुए बलवे में मुख्य आरोपी होने के चलते कार्रवाई हुई है। सरपंच मुकेश पाल लंबे समय तक जेल में भी निरूद्ध रहा था। वहीं, खालवा जनपद की खालवा पंचायत सरपंच सचिन कास्डे पर रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त कार्रवाई के चलते पद से पृथक किया गया। खंडवा जनपद पंचायत की जसवाड़ी ग्राम पंचायत सरपंच श्यामलाल की दुर्घटना के बाद मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने से स्वयं सरपंच ने पद से पृथक होने का आवेदन दिया था। जिसके चलते उन्हें पद से पृथक किया गया।
इन सरपंचों से करना है वसूली
जनपद ग्राम पंचायत सरपंच का नाम वसूली की राशि
हरसूद निशानिया माल राजेश पटेल 246000 रुपए
पंधाना सुतारखेड़ा चिंताबाई 236247 रुपए
पंधाना धनोरा उषाबाई 121202 रुपए
बलड़ी कुक्सी रैयत कैलाश सरपंच 506469 रुपए
हरसूद तोरनिया किरणबाई 114067 रुपए
पुनासा फिफराड सखाराम सरपंच 1009669 रुपए
बलड़ी डंठा रायसिंह बछानिया 1218500 रुपए
कर रहे वसूली की कार्रवाई
धारा 40 के तहत जिन सरपंचों पर कार्रवाई हुई है वो नियमानुसार चुनाव लडऩे के अपात्र हो गए हैं। यदि हाईकोर्ट से स्टे ले आते हैं तो चुनाव लड़ सकते है। जिन सरपंचों से वसूली की जानी है उनकी फाइल संबंधित तहसील में भिजवा दी गई है। तहसीलदार द्वारा वसूली की कार्रवाई की जा रही है।
रोशन कुमार सिंह, सीईओ जिला पंचायत

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