पर्यावरण को लेकर कानून हो सख्त डॉ. आभा यादव कहती हैं कि अमेरिका में मकान निर्माण करते समय नियम में है कि घर में पौधरोपण या ग्रीन एरिया होना चाहिए। लोग भी इच्छा से ग्रीन एरिया बनाते हैं। साथ ही पेड़ काटने पर कानूनी जांच होती है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। लोग निर्माण के लिए कई पेड़ों को काट देते हैं। वहीं सरकार पर्यावरण के नाम पर लाखों पौधों का रोपण करती हैं, लेकिन इनकी देखरेख की जिम्मेदारी तय नहीं होने से पांच से दस फीसदी पौधे ही ङ्क्षजदा रह पाते हैं। ऐसे में सरकारों को पर्यावरण को बचाने और सहेजने के लिए सख्त कानून लागू करने की आवश्यकता है।
पूर्ण स्वच्छता, संपूर्ण स्वस्थ भारत हो नारा डॉ. यादव बताती हैं कि 2005 से हर साल भारत आती हूं। यहां आने पर प्रति वर्ष बढ़ती गर्मी और घटता जलस्तर देख मन को दुख होता है। पर्यावरण को लेकर बात करो तो सामने आता है कि जनसंख्या ज्यादा होने के कारण स्थितियां विपरीत हो रही हैं। भारत अपनी कमजोरी को मजबूती बनाए। यदि भारत का हर
नागरिक एक पौधा लगाकर उसे सहेजने का संकल्प ले तो पर्यावरण को बचाया जा सकता है। ठीक इसी तरह सरकार का नारा है कि स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत लेकिन इस नारे को संशोधित कर पूर्ण स्वच्छता, संपूर्ण स्वस्थ भारत होना चाहिए। प्रधानमंत्री को भी इस ओर पहल करना चाहिए। मैं उनको ट्वीट कर अपनी बात रखूंगी।
आंगन व छतों पर लगाए पौधे, कार्यक्रम में पौधा करें भेंट डॉ. यादव ने कहा समय रहते लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। इसके लिए विदेशों की तर्ज पर लोग आंगन और छतों पर ग्रीन एरिया बना सकते हैं। पौधरोपण कर उनकी देखभाल कर सकते हैं। इसके अलावा शादी समारोह और अन्य कार्यक्रमों में लोगों को पौधे भेंट करें। ताकि लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो। मेरे घर में जो भी कार्यक्रम होता है उस पर एक पौधा जरूर रोपा जाता है। उस पौधे की देखभाल की जिम्मेदारी भी तय की जाती है।