नगर निगम में फिलहाल आर्थिक पहलु पर सबसे ज्यादा लापरवाही है। कई हेड में तय से ज्यादा बजट खर्च किया जा रहा है। इसे देखते हुए आय व्यय पत्रक (बजट) वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रावधानों पर चर्चा की गई। निर्णय लिया गया कि सभी विभाग बजट कंट्रोल पंजी का संधारण करें और किसी भी कार्य को कराने के पूर्व निगम की लेखा शाखा से बजट की स्थिति की रिपोर्ट लेकर अनिवार्य रूप से नस्ती पर अंकित करें।
शनिवार को निगम सभागार में सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई। 100 दिवस से अधिक समय की दो लंबित शिकायतों और सितंबर की कुल 162 शिकायतों के निराकरण के लिए विभिन्न विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक में सहायक आयुक्त मोनिका पारधी ने बताया कि कुल 475 शिकायतों में से 313 शिकायतें संतुष्टि के साथ निराकृत कराई गई हैं। निगमायुक्त हिमांशु भट्ट ने पेयजल वितरण से संबंधित 57, जन कार्य एवं उद्यान विभाग की 42 ,योजना सेल की 30, स्वास्थ्य विभाग की 16, बाजार विभाग की 7 शिकायतों को लोगों से संवाद कर निराकृत किए जाने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त मोनिका पारधी, प्रभारी कार्यपालन यंत्री अंतरसिंह तंवर, सहायक यंत्री वर्षा घिडोडे, एचआर पांडे सहित अन्य उपस्थित थे।