समर्थकों का लगा तांता
इधर मंत्री विजय शाह के खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती होने के बाद वहां उनके समर्थकों का तांता लग गया है। उनके रिश्तेदार और परिजन भी अस्पताल पहुंच गए हैं। हालांकि सभी को अस्पताल के भीतर जाने नहीं दिया जा रहा है।
विवादों से है पुराना नाता, देना पड़ा था इस्तीफा
मंत्री विजय शाह अपनी बेबाक बयान बाजी से अक्सर विवादों में रहते हैं। पिछले कुछ सालों में कई टिप्पणियों से सुर्खियों में रहे। इससे पार्टी की भी किरकिरी हुई थी। विजय शाह की एक टिप्पणी ने मध्यप्रदेश में काफी बवाल कर दिया था। अप्रैल 2013 में जब शाह आदिम जाति कल्याण मंत्री थे तो झाबुआ में गर्ल्स स्कूल के एक कार्यक्रम में उनकी जुबान ऐसी बहकी कि वहां से लड़कियों को उठकर जाना पड़ गया था। शाह ने लड़कियों की ओर इशारा करते हुए कहा था कि पहला-पहला जो मामला होता है, वह आदमी भूलता नहीं। लड़कियों के लिए ट्रेकसूट की मांग पर शाह बोले थे कि ट्रैकसूट छोड़ो, लड़कियों को दो-दो टी-शर्ट देंगे। मस्त वाली। लोअर भी देंगे, बढ़िया वाला। इसी कार्यक्रम में शाह ने एक वरिष्ठ नेता की पत्नी के नाम का उल्लेख करते हुए उन्होंने टिप्पणी कर दी थी कि मैंने उनसे कहा कि भैया के साथ तो रोज जाती हो, कभी देवर के साथ भी चले जाया करो। इस टिप्पणी के बाद उन्हें रातोंरात इस्तीफा देना पड़ गया था। हालांकि बाद में फिर दोबारा उन्हें मंत्री बनाया गया।
हाल ही में मंत्री बने जालम सिंह की भी शनिवार तबियत अचानक खराब हो गई, उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत भी खतरे से बाहर बताई जाती है।