चारों जिलों की रहेगी भागीदारी
दोनों ही दलों ने निमाड़ के चारों जिलों खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन और बड़वानी तक इन कावड़ यात्राओं का प्रचार किया है। यात्रा से पहले लंबा दौर संगठनात्मक रूप से बैठकों में बीता है, ताकि भीड़ ज्यादा एकत्रित की जा सके। खास बात ये है कि टिकट के दावेदारों को तो लक्ष्य भी दिए गए हैं।
दोनों ही दलों ने निमाड़ के चारों जिलों खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन और बड़वानी तक इन कावड़ यात्राओं का प्रचार किया है। यात्रा से पहले लंबा दौर संगठनात्मक रूप से बैठकों में बीता है, ताकि भीड़ ज्यादा एकत्रित की जा सके। खास बात ये है कि टिकट के दावेदारों को तो लक्ष्य भी दिए गए हैं।
चौहान और यादव की कावड़ यात्राओं के बारे में यहां जानिए… १. खंडवा में पुणे की शिव गर्जना, सनावद में शहनाज अख्तरी का सहारा
९वें वर्ष निकलेगी शिव श्रद्धा कावड़ यात्रा १० हजार का लोगों को जुटाने का टारगेट
50 से भी ज्यादा मंच पर स्वागत का दावा
९वें वर्ष निकलेगी शिव श्रद्धा कावड़ यात्रा १० हजार का लोगों को जुटाने का टारगेट
50 से भी ज्यादा मंच पर स्वागत का दावा
– नंदकुमारसिंह चौहान की कावड़ यात्रा में शनिवार सुबह १० बजे रामेश्वर कुंड पर धर्मसभा होगी। कावड़ की पूजा और संतों के आशीर्वाद से आगाज होगा। रामेश्वर रोड होते हुए बड़ाबम, तीन पुलिया, रेलवे स्टेशन, बॉम्बे बाजार होते हुए निकलेगी। पहला पड़ाव देशगांव में होगा। 12 अगस्त को सनावद में दूसरा पड़ाव। जबलपुर की भजन गायिका शहनाज अख्तरी भगवा रंग पर प्रस्तुति देंगी। 13 अगस्त को यात्रा दोपहर 12 बजे ओंकारेश्वर पहुंचेंगे।
२. सिद्धनाथ के दर पर टेकेंगे मत्था, अहीरखेड़ा में होगी भजन संध्या
१३ वर्ष से कावड़ यात्रा व परिक्रमा १० हजार लोगों को जुटाने का टारगेट
03 दिन की कावड़ यात्रा में दो पड़ाव – अरुण यादव ने द्वारा कावड़ यात्रा निकालना बंद कर दी गई थी। बीते साल इसे फिर से शुरू किया। इस बार खरगोन के कुंदा तट स्थित सिद्धिविनायक के दरबार से निकलेंगे। शहर के अधिष्ठाता भगवान श्री सिद्धनाथ के दर पर शीश झुकाएंगे। पहला पड़ाव अहीरखेड़ा में होगा। १२ अगस्त को सनावद में रात बिताएंगे। दोनों ही स्थानों पर भजन संध्या, गम्मत कार्यक्रम होंगे। यादव ने पहली बार २००६ में दम दिखाया। सिलसिला २०१० तक जारी रहा। फिर 2011 में बाइक यात्रा निकाली। वर्ष 2012 से 2016 तक ओंकार पर्वत की परिक्रमा की।
१३ वर्ष से कावड़ यात्रा व परिक्रमा १० हजार लोगों को जुटाने का टारगेट
03 दिन की कावड़ यात्रा में दो पड़ाव – अरुण यादव ने द्वारा कावड़ यात्रा निकालना बंद कर दी गई थी। बीते साल इसे फिर से शुरू किया। इस बार खरगोन के कुंदा तट स्थित सिद्धिविनायक के दरबार से निकलेंगे। शहर के अधिष्ठाता भगवान श्री सिद्धनाथ के दर पर शीश झुकाएंगे। पहला पड़ाव अहीरखेड़ा में होगा। १२ अगस्त को सनावद में रात बिताएंगे। दोनों ही स्थानों पर भजन संध्या, गम्मत कार्यक्रम होंगे। यादव ने पहली बार २००६ में दम दिखाया। सिलसिला २०१० तक जारी रहा। फिर 2011 में बाइक यात्रा निकाली। वर्ष 2012 से 2016 तक ओंकार पर्वत की परिक्रमा की।