ओंकारेश्वर बांध के बढ़े जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार शाम 7 बजे के बाद बांध के 18 गेटों से 20 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। यह पानी नर्मदा में पहुंचने से पानी फिर खतरे के निशान को पार कर गया है। यही कारण है कि मोरटक्का पुल नहीं खोला जा सका। वहीं गुरुवार रात से शुक्रवार शाम 6 बजे बांध के 18 गेटों से 15089 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा था। इधर, ओंकारेश्वर में बिजली का उत्पादन बंद है। सभी आठ टरबाइन बंद रखी गई हैं।
इधर, तवा डेम से छोड़ा जा रहा पानी लगातार इंदिरासागर बांध के केचमेंट एरिया में पहुंच रहा है। शाम 6 बजे बांध का जलस्तर 261.60 मीटर पर था। जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध के 12 गेटों को साढ़े पांच मीटर तक खोलकर रखा गया है। इस दौरान गेटों से 15500 क्यूमेक्स और टरबाइन से 1840 क्यूमेक्स पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है।
नर्मदा का जलस्तर कम होते देख पुल खोलने की तैयारी की थी। सुबह से पुल की टेस्टिंग कर गड्ढों की मरम्मत कराई गई। लेकिन बारिश होने के कारण बांध से फिर बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जाना है। इसलिए मोरटक्का पुल नहीं खोला गया। पानी का स्तर कम होने पर ही पुल खोला जाएगा।
बांधों की स्थिति…
इंदिरासागर बांध… -बांध का जलस्तर- 261.60 मीटर
-खुले गेटों की संख्या- 12 -छोड़ा जा रहा पानी- 17340 क्यूमेक्स
ओंकारेश्वर बांध…
-बांध का जलस्तर- 192.80 मीटर -खुले गेटों की संख्या- 18
-छोड़ा जा रहा पानी- 15089 क्यूमेक्स