कॉलेजों में सीट वृद्धि नहीं, पिछले साल 30 फीसदी तक बढ़ीं थीं; इस वर्ष सिर्फ 10 फीसदी का अधिकार
कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले दौर के रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं, लेकिन इस बार सरकारी कॉलेज मनमाफिक सीटों पर एडमिशन नहीं दे सकेंगे।
खंडवा
Published: May 26, 2022 10:47:44 pm
खंडवा. कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले दौर के रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं, लेकिन इस बार सरकारी कॉलेज मनमाफिक सीटों पर एडमिशन नहीं दे सकेंगे। पहले से तय सीटों पर 10 फीसदी की बढ़ोतरी का अधिकार प्राचार्य को मिलेगा। लेकिन 2021 की तरह सीटों में इजाफा नहीं होगा। 2020 में जितनी नई सीटें तय थीं, लगभग उतनी ही नई सीटें रहेंगी। वजह यह है कि पिछले साल उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी कॉलेजों में 30 फीसदी तक सीटें बढ़ी थीं। शहर के कॉलेजों में एडमिशन हुए थे। नतीजा यह हुआ कि महज 2 कॉलेजों में अधिक सीटें बढ़ गईं। लेकिन 2021 की तरह सीटों में इजाफा नहीं होगा। 2020 में जितनी नई सीटें तय थीं, लगभग उतनी ही नई सीटें रहेंगी।
इसके कारण कॉलेज में क्षमता से अधिक विद्यार्थी हो गए हैं। ऐसे में नए छात्रों की संख्या सीमित नहीं की गई तो हालात खराब हो सकते हैं। कई कॉलेजों में बैठने के लिए जगह नहीं है। लैब, लाइब्रेरी और क्लासरूम कम पड़ गए हैं। यही कारण है कि इस बार उच्च शिक्षा विभाग ने प्राचार्यों की सहमति से सीटें न बढ़ाने का निर्णय लिया है।
कोविड का दौर था, ग्रास एनरोलमेंट रेशो बढ़ाना था
पिछले साल नौकरियां जाने से भारी आर्थिक संकट था। ऐसे में शासन ने निर्णय लिया था कि सरकारी कॉलेजों में किसी भी छात्र को एडमिशन से वंचित न रखा जाए। साथ ही शासन ने नई एजुकेशन पॉलिसी लागू की थी और उसके तहत जीईआर (ग्रास एनरॉलमेंट रेशो) बढ़ाने पर जोर दिया गया था।
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