आरोपी अर्जुन की सनावद में किराना दुकान है। वह दुकान पर ही रहकर व्यापारियों की रैकी करता था। साथ ही गैंग के साथियों को व्यापारी के संबंध में जानकारी देता था। रुपए लेकर व्यापारी के निकलने से लेकर उसके पास कितनी नकद राशि हो सकती है। इसकी सूचना आरोपी अर्जुन देता था। जानकारी मिलते ही शेष चार आरोपी दो बाइकों से व्यापारी का पीछा करते थे और सुनसान इलाके में व्यापारी की आंखों में मिर्ची झोंक वारदात का अंजाम देकर फरार हो जाते थे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अर्जुन के दबोचा। पूछताछ में उसने गैंग के साथियों के नाम बताए। इसके बाद अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
गिरफ्तारी आरोपी पूर्व में भी वारदात को अंजाम दे चुके हैं। आरोपी इतने शातिर हैं कि पुलिस से बचने और ट्रेस होने के डर से मोबाइल का उपयोग नहीं करते थे। वारदात के दौरान कोई भी मोबाइल साथ नहीं रखता। एक-दूसरे से भी मोबाइल पर बात नहीं करते। सभी आरोपी सनावद में मिलते और वहीं बैठकर वारदात की साजिश रचते। वारदात के दौरान बाइक की नंबर प्लेट निकाल देते या फिर गलत नंबर प्लेट का उपयोग करते थे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया सनावद और खंडवा के कुछ पेट्रोल पंप संचालक और डॉक्टर निशाने पर थे। उन्होंने इनकी रैकी कर ली थी। जल्द ही लूट की वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। क्योंकि कुछ पेट्रोल पंप संचालक व डॉक्टर शाम व रात के समय मोटी नकद राशि लेकर आवागमन करते है। इनकी आरोपियों को भनक लग गई थी। जिसके बाद से ही आरोपी उन्हें वारदात का शिकार बनाने का मौका तलाश रहे थे।
केस-2: मांधाता थाना क्षेत्र में 20 जुलाई की शाम करीब 7.40 बजे खाद बीज व्यापारी प्रेमलाल गुर्जर निवासी भोगांवा अपनी दुकान बंद कर सनावद से घर भोगांवा आ रहा था। तभी ग्राम इनपुन के पास दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों ने आंखों में मिर्ची डालकर एक लाख पांच हजार रुपए की लूट की थी।
कार्रवाई टीम को दस हजार का इनाम