पिस्टल बनाने वालों को जानती है पुलिस, पर जड़ तक नहीं पहुंच सकी
सिर्फ नंबर और भरोसे पर चलता है पिस्टल तस्करी का कारोबार, दो महीने में सामने आ चुके तीन बड़े मामले, तीन थानों की पुलिस पकड़ चुकी सात आरोपी
खंडवा
Published: June 14, 2022 12:58:12 pm
खंडवा. निमाड़ में अवैध हथियारों में पिस्टल का कारोबार तेजी से चलता है। खरगोन जिले के सिकलीगर देसी पिस्टल बनाने में माहिर हैं और यहीं से कई राज्यों में साप्लाई देते हैं। स्थानीय और बाहरी तस्कर पुलिस से बचकर बडी खेप अपराधियों को पहुंचा रहे हैं। इसका प्रमाण भी सामने है। दो महीने में तीन बड़ी कार्रवाई सिर्फ खंडवा जिले की पुलिस कर चुकी है, जिसमें सात आरोपियों के कब्जे से 14 पिस्टल, कारतूस और मैग्जीन जब्त की जा चुकी हैं। अहम बात तो यह है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने के बाद भी पुलिस असल जड़ तक नहीं पहुंच सकी। जबकि पुलिस जानती सब है कि कहां से पिस्टल की खेप आ रही है और कौन कौन इस अवैध कारोबार में शामिल हैं।
खुलासे के बाद पुलिस की चुप्पी
एक बड़ी खेप हाल में ही पकड़ी गई है। 10 पिस्टल के साथ तीन आरोपी कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़े। इसके पहले पिपलोद और मोघट पुलिस भी आरोपियों को पकड़ चुकी है। लेकिन हथियार जब्ती और गिरफ्तारी के बाद पुलिस इस बात पर चुप्पी साध गई कि पिस्टल कहां से और किसके पास से आई? दबी जुबान पुलिस अधिकारी जरूर कहते हैं कि पिस्टल का कारोबार सिकलीगर चलाते हैं और उनके डेरों में दबिश देना आसान नहीं है।
कॉल डिटेल भी पुलिस के पास
तस्करों के पास मिले मोबाइल फोन के कॉल डिटेल भी पुलिस के पास हैं और उन लोगों का पता भी पुलिस को है जो अपराध के लिए पिस्टल बनाकर बेच रहे हैं। बावजूद इसके खरगोन, बुरहानपुर और खंडवा की पुलिस पिस्टल की फैक्ट्री में दबिश नहीं दे पा रही। जबकि चुनाव के दौरान 10 पिस्टल पकड़े जाने के बाद यह कहना लाजमी होगा कि बड़े पैमाने पर सुनियोजित कारोबार चल रहा है।
केस-1
मोघट रोड थाना पुलिस ने 16 अप्रैल को आरोपी नितिन उर्फ राज (24), सुमित थनवार (18) निवासी पिपरिया जिला होशंगाबाद, आकाश घारु (24) निवासी घासपुरा खंडवा को गिरफ्तार किया था। इनमें आरोपी नितिन व सुमित के कब्जे से एक-एक देसी पिस्टल जब्त की गई थी। जबकि सफाईकर्मी आकाश के कब्जे से अपराध में प्रयुक्त मोटर साइकिल एमपी 12 एमएक्स 9879 जब्त की गई। इस मामले में पुलिस जड़ तक नहीं पहुंची।
केस-2
पिपलोद थाना पुलिस ने 16 मई को गुड़ीखेड़ा के बस स्टैंड से आरोपी प्रदीप पिता स्व. कन्हैयालाल लोधा निवासी 240 अनूप नगर फजलपुर कंकरखेड़ा मेरठ उप्र को मैग्जीन समेत दो देसी पिस्टल के साथ पकड़ा था। आरोपी पिस्टल कहां से और किसके माध्यम से लेकर आया, इसका स्पष्ट खुलासा दो दिन रिमांड के बाद भी पुलिस नहीं कर पाई। इतना जरूर पता चला कि आरोपी ने बुरहानपुर के किसी व्यक्ति से पिस्टल खरीदी थी।
केस-3
सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने 10 जून को आरोपी धरम सिंह (25), चरन मोरे (23), सुनील उर्फ भूरा (21) को पकड़ा था। यह तीनों जिला बुरहानपुर के हैं। तीनों के कब्जे से 10 नग देशी पिस्टल, 2 जिंदा कारतूस और एक बिना नंबर की काले रंग की मोटर साइकिल जब्त की गई थी। आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया और इनके घर दबिश दी। पूछताछ और जांच कार्रवाई के बाद पुलिस आगे का खुलासा करने में चुप्पी साध गई।

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