Politics : महापौर टिकट पत्नियों को दिलाने नेता लगाते रहे जुगाड़
राजनीति... महापौर के टिकट लिए रस्साकसी शुरू

खंडवा. नगर निगम चुनाव को लेकर कांग्रेस में राजनीतिक समीकरण सधने शुरू हो गए हैं। महापौर ओबीसी महिला पद होने से महिला कार्यकर्ताओं से ज्यादा नेता अपनी-अपनी पत्नी को टिकट दिलाने की जुगाड़ में लगे हुए है। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सोमवार को कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने बंद कमरे में रायशुमारी की। महापौर के लिए यहां पर्यवेक्षकों के सामने जहां 8 आवदेन आए। वहीं, पार्षद पद के लिए हर वार्ड से करीब पांच से सात लोग अपनी-अपनी दावेदारी जता रहे है। ननि चुनाव के लिए खंडवा के पर्यवेक्षक बनाए मनोहर बैरागी, सह पर्यवेक्षक रेखा वर्मा के साथ पूर्व सांसद व पूर्व पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव रायशुमारी के लिए गांधी भवन पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद अरुण यादव अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने वहां से चले गए। पर्यवेक्षक मनोहर बैरागी और रेखा वर्मा ने बंद कमरे में महापौर पद के लिए बंद कमरे में कार्यकर्ताओं से चर्चा की।
नारे लगाने पर लगाई फटकार
निगम चुनाव को लेकर हो रही रायशुमारी के दौरान कांग्रेसी शक्ति प्रदर्शन करने से बाज नहीं आए। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता ढोल बाजे के साथ नारेबाजी करते हुए गांधी भवन पहुंचे तो वरिष्ठ नेताओं ने ढोल बंद करवा कर नारेबाजी से मना किया। इसके बाद अरुण यादव के गांधी भवन से जाते समय भी शक्ति प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करना शुरू कर दी। अरुण यादव ने फटकार लगाते नारेबाजी नहीं करने की सलाह दी।
बंद कमरे में दो लोग रहे साथ
पर्यवेक्षकों ने रायशुमारी के दौरान सभी को हाल से बाहर कर दिया। यहां तक कि मीडिया को भी प्रवेश नहीं दिया गया। रायशुमारी के दौरान ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष ओंकार पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष ठा. इंदलसिंह पंवार मौजूद नहीं थे, अध्यक्ष द्वय अरुण यादव के साथ गमी के कार्यक्रम में शामिल होने चले गए। पर्यवेक्षकों के साथ प्रशांत बारचे और रवि जोशी मौजूद रहे।
50 वार्ड के लिए ढाई सौ से ज्यादा आवेदन
पार्षदी की चाह में एक वार्ड से कई कई दावेदार सामने आए। गांधी भवन प्रांगण में सुबह से ही टिकट की दावेदारी के लिए नेता, कार्यकर्ता हाथों में बायोडाटा लिए घुमते रहे। पर्यवेक्षकों के आने का समय दोपहर 12 बजे था, लेकिन पर्यवेक्षक दोपहर दो बजे गांधी भवन पहुंचे। रायशुमारी में ढाई सौ से ज्यादा आवेदन पार्षद पद के लिए आए है। दावेदारी पेश करने के चक्कर में पर्यवेक्षक और अरुण यादव के सामने मुंह दिखाने के लिए भी कार्यकर्ताओं में होड़ नजर आई। गांधी भवन में अपने उद्बोधन से पूर्व अरुण यादव ने अनुशासन बनाए रखने के लिए ये तक कह दिया कि जो बैठेगा नहीं, उसकी दावेदारी खत्म मानी जाएगी।
महापौर दावेदारों की योग्यता, उनका राजनैतिक अनुभव, पार्टी के प्रति समर्पण और कार्यकर्ताओं के बीच पैठ को प्राथमिकता दी जाएगी। जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट दिया जाएगा। नेताओं के चेहरे देखकर टिकट नहीं दिए जाएंगे।
मनोहर बैरागी, कांग्रेस पर्यवेक्षक
अब पाइए अपने शहर ( Khandwa News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज