1960 में हुई थी स्थापना
60 साल का हुआ कॉलेज
07 ब्रांच हैं कॉलेज में
1300 से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत
60 से ज्यादा नियमित-अतिथि विद्वान कार्यरत इन्होंने भी ऐसे बयां की प्रतिक्रिया
– विश्वनाथ कदम ने लिखा कि एक संस्था या व्यक्ति के जीवन में 60 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। हम भी 1983-86 में जिज्ञासु छात्र रहे। आज जो कुछ भी हैं, उसमें मातृ संस्था की बड़ी भूमिका है।
– नीलेश माहुलिकर ने लिखा कि इसी महाविद्यालय में 2000-2002 बैच का मैकेनिकल इंजीनियरिंग का छात्र रहा हूं।
– शरद जैन ने कहा कि एमजे शासकीय पालीटेक्निक कॉलेज खंडवा का 60 वर्षों का इतिहास रहा है कि जिसने प्रदेश में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
– गोविंद शर्मा ने कहा कि निमाड़ में तकनीकी शिक्षा का यह पहला पड़ाव था, इससे पढ़कर निकले इंजीनियर्स ने देश-विदेश में खंडवा का नाम रोशन किया है। मेरे बालसखा 1975 से 1978 में से कई हाल ही में बड़े पदों से सेवानिवृत्त हुए हैं।
वर्ष-2010 में गोल्डन जुबली समारोह मनाया गया था। तब तत्कालीन प्रमुख सचिव जयदीप गोविंद, तत्कालीन कलेक्टर डीडी अग्रवाल, तत्कालीन संचालक तकनीकी शिक्षा आशीष डोंगरे व कॉलेज के अपूर्व साकल्ले की मौजूदगी में समारोह मना था।