खंडवाPublished: Nov 20, 2023 07:39:48 pm
deepak deewan
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में 15 दिनों तक त्रिकाल पूजा और शयन आरती नहीं होगी। परंपरा के अनुसार ओंकार भगवान मालवा क्षेत्र में 15 दिनों के भ्रमण के लिए सोमवार को रवाना हो गए। भगवान ओंकारेश्वर के प्रस्थान के साथ ही अब एक पखवाड़े तक मंदिर में त्रिकाल पूजा नहीं होगी। रतलाम, जावरा, महिंदपुर, उज्जैन सहित मालवांचल का भ्रमण करके आने वाली भैरव अष्टमी पर पुन: भगवान ओंकारेश्वर लौटेंगे। इस दौरान तीनों समय भगवान भोलेनाथ की निमित मात्र पूजा की जाएगी। मंदिर में भोग, शयन व शृंगार भी नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर में लगने वाली सेज, झूला, चौपड़ व पासे भी नहीं लगाए जाएंगे। मंदिर संस्थान के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन, व्यवस्थापक पं. आशीष दीक्षित ने बताया कि प्रतिवर्ष ओंकार महाराज भक्तों का हाल ज
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में 15 दिनों तक त्रिकाल पूजा और शयन आरती नहीं होगी। परंपरा के अनुसार ओंकार भगवान मालवा क्षेत्र में 15 दिनों के भ्रमण के लिए सोमवार को रवाना हो गए। भगवान ओंकारेश्वर के प्रस्थान के साथ ही अब एक पखवाड़े तक मंदिर में त्रिकाल पूजा नहीं होगी।