नागचून स्थित जलदेवी मंदिर पर शुक्रवार दोपहर में जब महिलाएं पहुंची तो अजब स्थिति तो ये रही कि एक घंटे तक इन्हें मूसलधार का सामना करना पड़ा। बारिश थमने पर लायनेस क्लब द्वारा डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट अणिमा उबेजा के आतिथ्य में शहर के विभिन्न महिला संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बारिश रोकने के लिए जलदेवी की पूजा अर्चना की। लायनेस अध्यक्ष रेखा रामस्नेही, सचिव रश्मि मालवीय, कोषाध्यक्ष भावना महोदय, चेयरपर्सन कविता कुशवाह, इनरव्हील क्लब के पूर्व अध्यक्ष आरती जैन, नीतू जैन, अग्रवाल महिला मंडल से संतोष बंसल, मंगलम महिला मंडल अध्यक्ष रेखा मंगल, राजकुमारी दुबे, आशा साहू, सीता लिटारे, पद्मा हाडा, मंजूला जैन, सुशीला गदले, मीना साहू, रूपाली प्रजापति, गीता सलूजा, आशा उपाध्याय, अनीता उपाध्याय, लायंस अध्यक्ष संजय विधानी, डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन नारायण बाहेती, सपना अरझरे, संध्या गंधे, जया जैन, कीर्ति विभूते व अन्य मौजूद थे।
सूखा पडऩे पर की थी स्थापना, अब अतिवृष्टि पर पूजन
वरिष्ठजनों के मतानुसार खंडवा में पांच दशक पूर्व अकाल एवं सूखा पडऩे पर नागचुन तालाब पर जलदेवी की स्थापना की गई थी। इसमें वनिता विश्व भवन व महिला संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मन्दिर में अच्छी वर्षा के लिए प्रार्थना की जाती है। वहीं इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा होने से जलदेवी से वर्षा रोकने व आने वाले वर्ष में अच्छी वर्षा की प्रार्थना की गई।
वरिष्ठजनों के मतानुसार खंडवा में पांच दशक पूर्व अकाल एवं सूखा पडऩे पर नागचुन तालाब पर जलदेवी की स्थापना की गई थी। इसमें वनिता विश्व भवन व महिला संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मन्दिर में अच्छी वर्षा के लिए प्रार्थना की जाती है। वहीं इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा होने से जलदेवी से वर्षा रोकने व आने वाले वर्ष में अच्छी वर्षा की प्रार्थना की गई।
नागचून तालाब हुआ लबालब
लगातार बारिश होने के कारण शहर का नागचून तालाब पानी से लबालब भर गया है। तालाब का थमा हुआ पानी शहर के लोगों को आकर्षित कर रहा है। जिसे देखने के लिए अधिक संख्या में शहर के लोग पहुंच रहे हैं। बहुत दिनों को बाद शहर के लोगों कों ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। रोज की तरह इनदिनों नागचून में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिले की जमीन पानी से लबालब हो गई है। भरपूर बारिश के कारण कई जगहों पर तो धरती के अंदर से पानी छलक रहा है। हाल ये है कि कई जगह तो ढाई फीट नीचे ही पानी मिल रहा है। भूजलस्तर की निगरानी करने वाले भूजल सर्वेक्षण विभाग के आंकड़े भी इस तथ्य की तस्दीक कर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इस बार लगातार हुई बारिश के कारण भूजल स्तर में जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गई है। इस बार जिले में अभी तक 1150 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि औसत बारिश 808 मिमी है। इससे भूजल स्तर में 50 फीसदी तक की वृद्धि हो गई है। यह करीब 42 फीसदी ज्यादा है।
लगातार बारिश होने के कारण शहर का नागचून तालाब पानी से लबालब भर गया है। तालाब का थमा हुआ पानी शहर के लोगों को आकर्षित कर रहा है। जिसे देखने के लिए अधिक संख्या में शहर के लोग पहुंच रहे हैं। बहुत दिनों को बाद शहर के लोगों कों ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। रोज की तरह इनदिनों नागचून में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिले की जमीन पानी से लबालब हो गई है। भरपूर बारिश के कारण कई जगहों पर तो धरती के अंदर से पानी छलक रहा है। हाल ये है कि कई जगह तो ढाई फीट नीचे ही पानी मिल रहा है। भूजलस्तर की निगरानी करने वाले भूजल सर्वेक्षण विभाग के आंकड़े भी इस तथ्य की तस्दीक कर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इस बार लगातार हुई बारिश के कारण भूजल स्तर में जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गई है। इस बार जिले में अभी तक 1150 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि औसत बारिश 808 मिमी है। इससे भूजल स्तर में 50 फीसदी तक की वृद्धि हो गई है। यह करीब 42 फीसदी ज्यादा है।