सुमैया ने दिल्ली चुनाव को लेकर भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली दिल वालों की कही जाती है। दिल्ली ने स्पष्ट कर दिया कि दिल्ली दिल के साथ दिमाग वालों की भी है। इसके अलावा उन्होंने कहा संसद में जब सीएए पर बहस हो रही थी उस समय मुस्लिम नेता भी शामिल थे, लेकिन उन्होंने विरोध दर्ज नहीं कराया। ऐसे लोगों को पहचान लें। वोट डालते समय उनको याद जरूर रखना। सुमैया ने अपने संबोधित में वारिस पठान और अनुराग ठाकुर के बयानों पर भी विरोध जताया।